यूपी के इस जिले में लापता हुुए 144 वांटेड अपराधी, ऐसे हुआ खुलासा Hardoi News
हरदोई जिले में पुलिस ने तैयार किया डोजियर कई वाटेंड अपराधी जिले से लापता पुलिस खोज में लगी।
हरदोई, जेएनएन। अपराध नियंत्रण को पुलिस ने अपराधियों पर शिकंजा कसा है। उनकी हर गतिविधि पर पुलिस की निगाह है। चिन्हित अपराधियों का पुलिस ने घर जाकर सत्यापन किया तो पता चला कि 144 तो जिला ही छोड़ गए हैं। जो घर पर मिले उन्हें सख्त हिदायद दी गई है। हर अपराधी का डोजियर तैयार कर टाप 10 की फोटो समेत थानों को नोटिस बोर्ड पर सूची चस्पा कराई जा रही है। ताकि आम आदमी की निगाह में वह बने रहें।
यह है मामला
अपराधियों पर कार्रवाई में पुलिस ने उनकी तीन श्रेणी बनाई हैं। अपराध के हिसाब से उन्हें चिन्हित कर श्रेणी एक, दो और तीन में रखा गया है। तीनों श्रेणियों के जिले में कुल 1615 अपराधी चिन्हित किए गए हैं। पुलिस ने उनका सत्यापन कराया तो 1187 तो घरों में मिले, जबकि 288 जेल में बंद हैं। 16 अपराधियों के रिश्तेदारी में जाने की बात सामने आई, लेकिन 144 अपराधियों का कुछ पता ही नहीं चला। उनके घर वालों तक को उनकी जानकारी नहीं है। परिवारजनों के मोबाइल नंबरों के आधार पर उनकी जानकारी ली जा रही है। हालांकि पुलिस का कहना है कि यह अपराधी जिला छोड़कर भाग गए हैं। वहीं चिन्हित इन सभी अपराधियों का पुलिस डोजियर तैयार कर रही है। जिसमें न केवल उनका बल्कि उनके परिवारजनों से लेकर नाते रिश्तेदारों तक का लेखा जोखा रहेगा। जेल से किसने उनकी जमानत कराई और कौन उनकी मदद करता है, यह तक पुलिस को पता रहेगा। जिससे कि किसी अपराध में उनका नाम सामने आने पर पुलिस आसानी से उन तक पहुंच जाएगी।
त्रिनेत्र की निगाह से नहीं बचेंगे अपराधी
हर अपराधी को त्रिनेत्र की निगाह में रखा जाएगा। इस खास साफ्टवेयर में अपराधियों की हर एंगिल से फोटो अपलोड की जा रही है। नाम पता के साथ ही अपराधी की तीन तरफ से फोटो साफ्टवेयर पर रहेगी। जरूरत पडऩे पर नाम, पता या फोटो कुछ भी मिल जाने पर साफ्टवेयर उनकी पूरी कुंडली सामने ला देगा। कोई संदिग्ध व्यक्ति मिलता है, जैसे ही पुलिस उसकी फोटो डाली, उसका पूरा चिठ्ठा आ जाएगा।
अपराधियों का कराया जा रहा है सत्यापन
पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि अपराधियों की हर गतिविधि पर पुलिस की निगाह है। थाना प्रभारियों को सख्त निर्देश हैं। उनके रिश्तेदारों तक के मोबाइल नंबर पुलिस ने एकत्रित कर लिए हैं। अपराधियों का बराबर सत्यापन कराया जाता है। जरा सी गड़बड़ी पर पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी।