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छावनी के विकास को 130 करोड़ की दरकार

छावनी क्षेत्र में विकास के लिए मौजूदा बजट कम पड़ गया है। सीवर और एसटीपी के बाद छावनी परि

By JagranEdited By: Published: Tue, 10 Nov 2020 01:36 AM (IST)Updated: Tue, 10 Nov 2020 01:36 AM (IST)
छावनी के विकास को 130 करोड़ की दरकार
छावनी के विकास को 130 करोड़ की दरकार

छावनी क्षेत्र में विकास के लिए मौजूदा बजट कम पड़ गया है। सीवर और एसटीपी के बाद छावनी परिषद को बड़े प्रोजेक्ट के लिए अब रक्षा मंत्रालय से विशेष अनुदान मिलने का इंतजार है। वहीं, मंत्रालय पर छावनी परिषद का सर्विस चार्ज का बकाया बढ़कर 130 करोड़ रुपये हो गया है। सर्विस चार्ज के भुगतान के लिए एक प्रतिनिधि मंडल ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से पिछले दिनों मुलाकात भी की थी।

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छावनी के असैन्य इलाको में करीब 60 करोड़ रुपये की लागत से सीवर लाइन और एसटीपी का निर्माण हो रहा है। यह छावनी परिषद के सालाना लगभग 130 करोड़ रुपये का लगभग 50 प्रतिशत है। छावनी में दिलकुशा क्लब के निर्माण, कर्मचारियों के लिए सरकारी आवास सहित कई लंबित प्रोजेक्ट के लिए परिषद के पास बजट का अभाव है। ऐसे में आय के साधन कम होने के कारण स्वास्थ्य, शिक्षा, सफाई, सड़क सहित बुनियादी सुविधाओं पर बजट खर्च करने के बाद परिषद को और रुपये चाहिए।

यही कारण है कि उपाध्यक्ष रूपा देवी, सदस्य रीना सिघानिया, संजय वैश्य ने पिछले महीने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की। छावनी परिषद अस्पताल को अपग्रेड करने जैसी योजनाओं के लिए धन की कमी से अवगत कराया। रक्षा मंत्री को प्रतिनिधि मंडल ने यह भी बताया कि परिषद के ही बकाये 130 करोड़ रुपये सर्विस चार्ज का भुगतान कर दिया जाए तो भी क्षेत्र में विकास कार्य गति पकड़ जाएंगे। वैसे, रक्षा मंत्री ने बकाए के भुगतान का आश्वासन दिया है। अवध विहार योजना में दिवाली से पहले शुरू होगा रजिस्ट्रेशन अपनी जमीन पर घर का सपना देख रहे लोगों के लिए अच्छी खबर है। आवास विकास परिषद ऐसे लोगों के लिए प्लॉट निकालने जा रहा है। यह प्लॉट अवध विहार योजना में इसी महीने निकालने की तैयारी है। इसका पूरा खाका तैयार कर लिया गया है।

योजना में 121 वर्ग मीटर यानी 1301.96 वर्ग फीट के प्लॉट होंगे। हालांकि, इनकी संख्या डेढ़ से पौने दो सौ के बीच होगी। शहीद पथ स्थित मेदांता के आसपास वीआइपी क्षेत्र माना जा रहा है। इसलिए यहां प्लॉट का रेट 33 हजार प्रति वर्ग मीटर रखा गया है।

आवास विकास परिषद के अधीक्षण अभियंता एके मिश्रा ने बताया कि खाका तैयार है। दीपावली से पहले कोशिश है कि प्लॉटों का पंजीकरण शुरू हो जाए। उन्होंने बताया कि एक प्लॉट 40 लाख रुपये के आसपास पड़ेगा। प्लॉट लॉटरी और नीलामी से मिलेंगे। इस पर दो से तीन दिन में निर्णय हो जाएगा। मिश्रा के मुताबिक मेदांता अस्पताल से एक किमी पीछे के ये प्लॉट बिकने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। चंद दिनों में इसकी विस्तृत जानकारी आवेदनकर्ता आवास विकास की वेबसाइट पर भी ले सकेंगे और टोल फ्री नंबर पर भी। चंद माह पहले भी आवास विकास छोटे व बड़े प्लॉटों की लॉटरी कर चुका है। वर्तमान में आवास विकास परिषद की अवध विहार योजना और वृंदावन योजना घर बनाने वालों को सबसे ज्यादा पसंद आ रही हैं।


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