लखनऊ में प्लॉट देने के नाम पर सौ करोड़ की ठगी, पीड़ितों ने प्रदर्शन कर की कार्रवाई की मांग
आर संस इंफ्रालैंड डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड पर 100 करोड़ की ठगी का आरोप। पीडि़तों ने मुकदमा दर्ज करने की मांग को लेकर एसएसपी आवास पर जमकर प्रदर्शन किया।
लखनऊ, जेएनएन। गोमतीनगर क्षेत्र में आर संस इंफ्रालैंड डेवलपर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी पर प्लॉट का झांसा देकर पांच हजार लोगों से करीब सौ करोड़ से अधिक की ठगी का मामला सामने आया है। पीड़ितों ने रविवार को एसएसपी कैंप कार्यालय पहुंचकर विरोध-प्रदर्शन किया। पीड़ितों ने कार्रवाई की मांग के साथ साथ पैसे वापस दिलाने का दबाव बनाया।
प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर आशीष श्रीवास्तव, डायरेक्टर अंकुर श्रीवास्तव, सेक्रेटरी तबस्सुम, तरन्नुम व कार्यालय अधीक्षक तरुण सिन्हा ने सैकड़ों लोगों से प्लॉट के नाम पर करोड़ों रुपये जमा कराए। ठगी का शिकार रहे करीब 500 लोग गोमतीनगर थाने के संपर्क में हैं। कंपनी वर्ष 2010 से देवां रोड स्थित रामस्वरूप यूनिवर्सिटी के सामने, सुलतानपुर रोड, गोसाईंगंज क्षेत्र के ग्राम मोहम्मदपुर गढ़ी, प्रखर सिटी एक व दो में भूखंड व फॉर्म हाउस बेचने के लिए विज्ञापन दिया। जब लोग प्लॉट लेने पहुंचे तो कंपनी के कर्मचारियों ने एक मुश्त किश्तों व एमआइएस के रूप में करोड़ों रुपये जमा कराए। पैसा जमा करने पर भी किसी को कब्जा नहीं मिला। कुछ लोग तो रजिस्ट्री कराने को भी तैयार है लेकिन उन्हें न जमीन मिली और न पैसा। कुछ को एमआइएस रिफंड के चेक दिए गए, वो भी बाउंस हो गए।
पीडि़तों ने बताया कि कंपनी के अधिकारियों ने इकरारनामा में डामर रोड, बिजली, नाली पार्क इत्यादि देने की बात कही थी। प्लॉट न मिलने पर जब पीडि़त अपना पैसा मांगने गए तो कंपनी के संचालकों ने जान से मारने की धमकी दी। सहमें हुए पीड़ितों ने गोमतीनगर थाने में आरोपितों के खिलाफ तहरीर दी और एसएसपी कैंप कार्यालय में कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। पीडि़तों को जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत कराया।
क्या कहना है अफसर का
एमडी आर. सन्स इंफ्रा आशीष श्रीवास्तव का कहना है कि हम लगातार आवंटियों को कब्जा दे रहे हैं। जिनको रुपये वापस चाहिये, उन्हें किश्तों में वापस किया जा रहा है। आज जो लोग आंदोलित हैं उनकी धन वापसी की जा रही है। हम कोई भी धोखाधड़ी नहीं करेंगे।