अब पढ़ने का विश्व रिकार्ड बनाएंगे गोला के यतीश
गोला गोकर्णनाथ (लखीमपुर): खीरी जिले में छोटी काशी के नाम से विख्यात गोला गोकर्णनाथ की धरती
गोला गोकर्णनाथ (लखीमपुर): खीरी जिले में छोटी काशी के नाम से विख्यात गोला गोकर्णनाथ की धरती का का लाल कामयाबी की एक और बुलन्द इबारत लिखने जा रहा है। हाल ही में गोरखपुर में लगातार 148 घण्टे से ज्यादा पढ़ाने का विश्व रिकार्ड बना चुके युवा जोश यतीश शुक्ल अब एक नए विश्व रिकार्ड की तैयारी पूरी कर चुके हैं। लन्दन में गिनीज बुक संस्था ने उनको अनुमति दे दी है अब बस नेपाल और नाइजीरिया का सबसे अधिक पढ़ने का रिकार्ड यतीश ध्वस्त करने को तैयार हैं। यतीश के इरादे चट्टान की तरह मजबूत हैं और जज्बा आसमान से भी ज्यादा ऊंचा। मंजिल उनके चंद कदमों की दूरी पर है जिनको हासिल करने को वह बेताब हैं।
चुनौतियों से घिरा रहा यतीश का जीवन
क्षेत्र के एक छोटे से गांव रेहरिया के निम्न वर्गीय परिवार में जन्मे यतीश का जीवन काफी दुखमय एवं अभावों में रहा। पांच भाई व एक बहन में 35 वर्षीय यतीश सबसे बडे़ हैं। यतीश के पिता दरोगा शुक्ला नलकूप चालक है। तथा मां सुनीता का निधन हो चुका है। बहन का विवाह हो चुका है। जबकि अन्य भाई पढाई कर रहे है। हाईस्कूल व इंटर शहर के सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज के बाद बीएससी व लॉ की पढाई लखनऊ विश्वविद्यालय से पूर्ण की। इसके बाद वर्ष 2009 में भारतीय स्टेट बैंक गोरखपुर में क्लर्क के पद पर नौकरी मिल गई। लेकिन यतीश को कुछ घटनाओं ने एक बार पुन: उन्हें इस्तीफा देने के लिए विवश कर दिया और उन्होंने नौकरी छोडकर कैरियर काउंसि¨लग करने के साथ बच्चों को कंप्टीशन क्लासेज की शिक्षा देनी शुरू कर दी।
इसी साल बनाया है विश्व रिकार्ड
गोरखपुर में ही अपने ही देश के अर¨वद मिश्रा का 139 घंटा 42 मिनट 56 सेकेंड के पुराने विश्व रिकार्ड को तोड़ते हुए 148 घंटे 14 मिनट 13 सेकेंड का नया विश्व रिकार्ड 4 जून से 10 जून 2018 को बना डाला। इसके बाद पढने का विश्व रिकार्ड बनाने की जरुरत पर यतीश कहते है कि हालांकि यह रिकार्ड भारत के नाम पर कभी नहीं रहा। भारत के पड़ोसी देश नेपाल के काठमांडू निवासी दीपक शर्मा ने 2008 में 113 घंटे 15 मिनट तक लगातार पढने का विश्व रिकार्ड बनाया था। हालांकि इस रिकार्ड को जुलाई 2018 में नाईजीरिया के ओलावुनी बाईडे ने 122 घंटे का रिकार्ड बनाकर दीपक का रिकार्ड तोड़ दिया है।
विश्व रिकार्ड को तोड़ने को रहे योग व संयमित आहार
यतीश उक्त लक्ष्य को हासिल करने के लिए कडी मशक्कत कर रहे है। जिसके लिए योग के साथ कई कई रात व दिन जागने के साथ शरीर को तैयार करना जहां एक क्रिया है। तो वहीं शरीक को मिलने वाले पोषक तत्वों व जरुरतों को पूरा करने के लिए वह बताते है कि करेले का जूस, बिना दूध व शकर की काफी, प्रोटीन बाल्स, चना, मूंग, ओटस, खजूर, दूध आदि खान पान में शामिल करते है। इसके अलावा वह पिछले दो महीनों से लगातार पांच दिन जागने व कई कई किलोमीटर तक चलकर अपनी शारीरिक व मानसिक स्थित पर नियंत्रण कर रहे है।