बाघिन को बगौड़ी मारकर मजदूर ने बचाई जान
गोविदनगर में शनिवार रात खेत में सो रहे मजदूर पर बाघिन ने हमला कर घायल कर दिया।
लखीमपुर: गोविदनगर में शनिवार रात खेत में सो रहे मजदूर पर बाघिन ने हमला कर घायल कर दिया। बाघिन उसे खींचकर जंगल में ले जाने का प्रयास कर रही थी। इस बीच किसी तरह मजदूर ने उसके सिर में बगौड़ी मारी तब बाघिन ने उसे छोड़ा। ग्रामीण ट्रैक्टर लेकर पहुंचे और पटाखे जलाए तब बाघिन शावकों के साथ गन्ने में चली गई।
ग्राम लोकनपुरवा निवासी श्रवण, उसका भाई पतिराम व साथी गजोधर गन्ना छिलाई करते हैं। वे तीनों गोविदनगर निवासी भानू मिश्र के खेत में छप्पर डालकर रह रहे थे। शनिवार रात नौ बजे तीनों सो रहे थे। इसी बीच एक बाघिन अपने दो शावकों के साथ वहां पहुंची और श्रवण का पैर पकड़कर उसे झाले से बाहर खीचने लगी। इससे श्रवण जाग गया। बाघिन को देखकर उसकी चीख निकल गई। शोर होने पर साथी जाग गए और बाघिन को देखकर भाग खड़े हुए। बाघिन के हमले से घायल श्रवण ने बचने के लिए पास पड़ी गन्ना काटने वाली बगौड़ी से बाघिन को मारा तो वह उसे छोड़कर पास में ही बच्चों के साथ खड़ी हो गई। श्रवण ने मालिक को फोन कर घटना की जानकारी दी। थोड़ी देर में गांव और पड़ोस के राजनगर के निवासी ट्रैक्टर लेकर शोर करते हुए खेत में पहुंचे तो बाघिन अपने दोनों शावकों के साथ वहीं झाले के पास खड़ी थी। ग्रामीणों ने शोर मचाया और ट्रैक्टर की रोशनी डाली तथा पटाखे छोड़े तो बाघिन वहां से हटकर गन्ने के खेत में चली गई। श्रवण के पैर में गहरा घाव हो गया है। उसे एक निजी चिकित्सक के यहां भर्ती कराया गया है। खेत में बाघिन और उसके दो शावकों के पद चिन्ह मिले हैं। इसके अलावा यहां नीलगाय के पैरों के निशान भी मिले हैं। वनकर्मियों ने बाघिन को जंगल भेजने के लिए कांबिग शुरू कर दी है।