दुधवा में वाचर की पत्नी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत
दुधवा नेशनल पार्क की दुधवा रेंज में तैनात दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी महेंद्र की पत्नी की मौत हो गई।
लखीमपुर : दुधवा नेशनल पार्क की दुधवा रेंज में तैनात दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी महेंद्र की पत्नी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। उसका शव घर में फंदे से लटका पाया गया है। विवाहिता की मौत के मामले में उसके मायके वालों ने हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस ने पति को पकड़ लिया है और उससे पूछताछ कर रही है।
ग्राम लालपुर ढ़ाका निवासी खेमकरण की पुत्री पूजा की शादी सिगहिया निवासी महेंद्र के साथ हुई थी। महेंद्र दुधवा पार्क में दैनिक वेतन भोगी वाचर के पद पर काम करता है। रविवार को पूजा का शव उसके घर में फंदे से लटकता मिला है। आसपास के लोगों ने जब शव देखा तो लोगों को मायकेवालों को जानकारी दी। महेंद्र को भी पता चला तो वह भी घर पहुंचा, लेकिन तब तक पूजा की मौत हो चुकी थी। इस बीच पार्क परिसर में रह रहे अन्य परिवारों के लोग व कर्मचारी एकत्र हो गए और उन लोगों ने यह कहकर सड़क पर जाम लगाया कि दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को 14 माह से वेतन नहीं मिल रहा है जिससे उनके परिवार भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं। आर्थिक तंगी की हालत में आत्महत्या कर रहे हैं। बाद में पहुंची पुलिस ने कर्मचारियों को समझाया तो उन लोगों ने जाम समाप्त कर दिया। सीओ संजय नाथ तिवारी भी पहुंच गए। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया है।
पुलिस मामले को संदिग्ध मानते हुए महेंद्र को पूछताछ के लिए अपने साथ ले गई है। बताया गया है कि कई माह से वेतन न मिलने के कारण परिवार आर्थिक तंगी से गुजर रहा था और इस बात को लेकर दंपति में विवाद होता रहता था।
इस संबंध में पार्क के उपनिदेशक कैलाश प्रकाश ने बताया कि यह कर्मचारी का मामला है। इसमें विभागीय दखल नहीं है। उन्होंने कई माह से वेतन न मिलने व आर्थिक तंगी के कारण आत्महत्या करने की बात से इनकार किया है।