30 जून तक पूरा करें पाइप लाइन का कार्य
शहर में अमृत योजना के तहत बिछाई जा रही पाइप लाइन लोगों के लिए मुसीबत बन गई है।
लखीमपुर : शहर में अमृत योजना के तहत बिछाई जा रही पाइप लाइन लोगों के लिए मुसीबत बन गई है। कार्यदायी संस्था की सुस्ती की वजह से पाइप लाइन बिछाने का काय तीन साल में भी पूरा नहीं हो पाया है। शासन ने इसे गंभीरता से लेते हुए कार्यदायी संस्था को अंतिम चेतावनी जारी की है। निर्देश दिया है कि हर हाल में 30 जून पाइप लाइन बिछाने का काम पूरा कर लिया जाए।
कुल 4.26 करोड़ रुपये के बजट से अमृत योजना का कार्य शहर में 27 अक्टूबर 2017 को शुरू किया गया था। कार्य कराने की अंतिम तारीख 26 अप्रैल 2019 तय की गई थी। अमृत योजना का कार्य जल निगम को सौंपा गया। जल निगम के तत्कालीन अधिकारियों ने उस समय मथुरा की मेसर्स कृष्ण चंद्र गुप्ता नामक कार्यदायी संस्था को नियत अवधि में कार्य पूरा कराने के लिए टेंडर जारी किया, लेकिन कार्यदायी संस्था इसमें असफल रही। इस बीच कार्यदायी संस्था ने कई मुहल्लों की गलियों में पाइप लाइन बिछाने के लिए सड़कें तो खोद दी, लेकिन उसे दोबारा बनाया नहीं गया। जिसके कारण इमली चौराहा, बस स्टैंड रोड, कचहरी रोड सहित कई मुहल्लों की सड़कें अभी टूटी पड़ी हैं। हाल यह है कि सड़कों से उड़ रही धूल न सिर्फ राहगीरों को परेशान कर रही है, बल्कि दुकानों में भर रही है। कार्यदायी संस्था की मनमानी के आगे प्रशासन और जलनिगम के अधिकारी भी नतमस्तक हैं। शासन द्वारा पाइपलाइन का समय बढ़ाने से यह तय है कि गर्मी के दिनों में लोगों को धूलभरी हवाओं का सामना करना पड़ेगा। जिम्मेदार की सुनिए
जलनिगम के अधिशाषी अभियंता आरबी श्रीवास्तव कहते हैं कि कार्यदायी संस्था को कई बार तेजी से कार्य करने के लिए चेताया जा चुका है। इस बार शासन ने चेतावनी के साथ 30 जून तक हर हाल में कार्य पूरा करने का निर्देश दिया है। इसके कारण काम में तेजी आई है। अगर नियत अवधि तक पाइपलाइन का काम पूरा नहीं हुआ तो कार्यदायी संस्था के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।