Move to Jagran APP

नीलामी की प्रक्रिया में जर्जर विद्यालय को बना दिया मतदान केंद्र

ब्लाक के 11 विद्यालय भवन निष्प्रयोज्य घोषित किए हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 06 Apr 2021 11:13 PM (IST)Updated: Tue, 06 Apr 2021 11:13 PM (IST)
नीलामी की प्रक्रिया में जर्जर विद्यालय को बना दिया मतदान केंद्र
नीलामी की प्रक्रिया में जर्जर विद्यालय को बना दिया मतदान केंद्र

अमेठी: ब्लाक के 11 विद्यालय भवन निष्प्रयोज्य घोषित किए हैं। उनकी नीलामी के लिए एक अप्रैल की तारीख तय की गई थी। छह की नीलामी कर दी गई। पांच की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी। जिसमें एक विद्यालय को मतदान केंद्र भी बना दिया गया। पहचान छिपाने के लिए जर्जर भवन स्कूल के मूल नाम को मिटा कर दूसरा नाम अंकित करा दिया गया।

loksabha election banner

मतदान केंद्र बना नेवाजगढ़ प्राथमिक विद्यालय जर्जर होने के चलते एक अप्रैल 2021 को नीलामी होनी थी। प्रक्रिया पूरी न होने से जर्जर स्कूल भवन को मतदान केंद्र बनाकर बोर्ड में नेवाजगढ़ के स्थान पर अहमदपुर अंकित करा दिया गया है। इस विद्यालय में छह बूथ बनाए गए हैं। दो बूथ परिसर में स्थित अलग भवन में बनाए गए हैं। वहीं जिस भवन की एक अप्रैल को नीलामी होनी थी। जिसके दो अतिरिक्त कक्ष में से एक में आंगनबाड़ी केंद्र है। ऐसे में दो मतदान बूथ इसी जर्जर भवन में बना दिया गया हैं। इस ग्राम पंचायत में पूरे लदई, रोशनलाल, अंचली, तकिया प्राथमिक व नेवाजगढ़ उच्च प्राथमिक विद्यालय भी है। कितु मतदान केंद्र का निर्धारण करने वालों ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया।

इनकी होनी थी नीलामी : बरसंडा, मरदानपुर, नेवाजगढ़, पाली प्रथम, पारा, बोधी, संसारपुर, सेवरा, शेखपुर, सिघनामऊ व उरेरमऊ के जर्जर भवनों की एक ही तिथि पर नीलामी की जानी थी।

यह हुए नीलाम : पाली, उरेरमऊ, सेवरा, शेखपुर, संसारपुर व मरदानपुर के भवन नीलाम हो सके हैं। नेवाजगढ़ बूथ होने के कारण नीलाम नहीं हुआ। बरसंडा, पूरे बोधी व सिघनामऊ के भवन अधिक मूल्यांकन व ज्यादा जर्जर की श्रेणी में न आने के कारण नीलाम नहीं हो सके।

औपचारिकता मात्र रही नीलामी : 22 मार्च की प्रकाशित नीलामी सूचना के मुताबिक 11 विद्यालयों के जर्जर भवनों की नीलामी की जानी थी। मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में होने वाली इस नीलामी में मात्र औपचारिकता ही निभाई गई। बीआरसी भवन में हुई इस कार्रवाई में न तो कोई मजिस्ट्रेट उपस्थित हुए और न ही खंड शिक्षा अधिकारी।

जिम्मेदार के बोल : खंड शिक्षा अधिकारी ओपी मिश्र ने कहा कि जो कुछ भी हुआ है। उच्च अधिकारियों के आदेश पर किया गया है। भवन का अधिक मूल्यांकन होने के लिए वह अभियंता को जिम्मेदार बताते हैं। भवन जर्जर न होने के बावजूद नीलामी प्रक्रिया में शामिल होने की बात पर वह कोई जवाब नहीं दिए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.