ग्राम पंचायत सचिव ने किया लाखों का गबन
ग्राम पंचायत सचिव ने किया लाखों का गबन पसगवां की ग्राम पंचायत खूंटीबुजुर्ग का मामला राज्यवित्त एवं 14वां वित्त में खर्च के नहीं दिखा सके अभिलेख। मुकदमा दर्ज कराने की हुई संस्तुति।
लखीमपुर : पसगवां क्षेत्र की ग्राम पंचायत खूंटीबुजुर्ग में वित्तीय अनियमितताओं के साथ फर्जी अभिलेख बनाने का मामला उजागर हुआ है। परियोजना निदेशक रामकृपाल चौधरी की जांच में लाखों रुपये का गबन पाया गया है। पीडी ने सेक्रेटरी पर मुकदमा दर्ज कराने के लिए डीपीआरओ को अपनी संस्तुति भेजी है।
खूंटीबुजुर्ग में निरीक्षण के दौरान ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान व सेक्रेटरी के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। जांच में आरोप सही पाए गए हैं। इसके अलावा ग्राम पंचायत में तैनात सफाईकर्मी लक्ष्मी देवी, संतोषी देवी व सोहनलाल जो मौजूदा प्रधान के पति भी है। पाया कि तीनों सफाईकर्मियों द्वारा अपने दायित्वों का निर्वहन नहीं किया जा रहा। इनके विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई के साथ दूरस्थ ब्लॉक में तैनाती की संस्तुति भी की। खूंटीबुजुर्ग में प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2016-17, 17-18, 18-19 व 19-20 में कुल 41 आवास का लक्ष्य था। आवास प्लस एप पर 99 लाभार्थियों का आधार सीडिग कराया जा चुका है। शौचालय के 177 व 239 शौचालय पूर्ण किए गए। रैंडम तौर पर रामकली दयावती अखिलेश के शौचालयों को देखा गया। अधिकांश शौचालय में रंगाई पुताई नहीं मिली। हैंडपंप रिबोर व मरम्मत के नाम पर कुल 805002, स्ट्रीट लाइट के नाम पर 444909, प्राथमिक विद्यालय में शौचालय निर्माण के नाम पर 73929 का फर्जी भुगतान किया गया। ग्राम पंचायत में वित्त आयोग के पैसे से दो कार्य से कराए गए जिनकी कोई आइडी जेनरेट नहीं की गई और 18203 रुपये निकाल लिया गया। खड़ंजा-नाली निर्माण सहित स्वच्छता व कायाकल्प पर प्रधान व सचिव द्वारा ध्यान नहीं दिया गया। इस बंदरबांट से गांव में विकास कार्य नहीं हो सके। यहां जरूरतमंदों को न तो आवास मिला न शौचालय।