Move to Jagran APP

परिवहन सेवाओं के अभाव से जूझ रहा पसगवां

वर्षों से परिवहन सेवाओं के अभाव का दंश झेल रहे इस क्षेत्र में प्रत्याशियों को यह मुद्दा स्पर्श करेगा कि नहीं यह तो वक्त बताएगा।

By JagranEdited By: Published: Sat, 22 Jan 2022 11:59 PM (IST)Updated: Sat, 22 Jan 2022 11:59 PM (IST)
परिवहन सेवाओं के अभाव से जूझ रहा पसगवां
परिवहन सेवाओं के अभाव से जूझ रहा पसगवां

लखीमपुर : वर्षों से परिवहन सेवाओं के अभाव का दंश झेल रहे इस क्षेत्र में प्रत्याशियों को यह मुद्दा स्पर्श करेगा कि नहीं यह तो वक्त बताएगा, लेकिन यह मुद्दा है बहुत बड़ा। परिवहन आधुनिक जीवनशैली और औद्योगिक व व्यापारिक विकास का आधार होता है, लेकिन अब तक इसे अनदेखा ही किया जाता रहा है।

loksabha election banner

जिले की पश्चिमी दक्षिणी सीमा पर स्थित इस परिक्षेत्र से जिला मुख्यालय की कोई सीधी सेवा नहीं है। शाहजहांपुर से मात्र 16 किमी दूर नेशनल हाईवे पर बसे उचौलिया से जिला मुख्यालय की सीधी सेवा शुरू भी हुई और बढि़या चली, लेकिन अब यह बंद है। इसकी वापसी नहीं होती थी। पसगवां के अरविद शुक्ला बताते हैं कि विधायक लोकेंद्र प्रताप सिंह ने कहा था कि शाम को मुख्यालय से सीधी सेवा शुरू कराएंगे, लेकिन शुरू नहीं हो सकी।

एक नियमित सेवा लखनऊ के लिए मोहम्मदी से वाया जेबीगंज बहुत पहले से चल रही है, लेकिन अब यह इस रास्ते से वापस नहीं आ रही है। कुछ समय पहले मोहम्मदी से वाया जेबीगंज, शाहाबाद होते हुए फर्रूखाबाद के लिए भी एक बस चलाई गई थी, लेकिन वह भी काफी समय पहले से बंद है। जेबीगंज से पिहानी होकर हरदोई के लिए भी एक सेवा चली थी, यह भी बंद है। मोहम्मदी शाहजहांपुर रोड पर स्थित मोहम्मदपुर ताजपुर से उचौलिया, पसगवां और जेबीगंज के लिए परिवहन का कोई साधन नहीं है, जबकि साधन होने पर किरियारा, इब्राहिमपुर, कसरावल, कल्लुआ, बचिगावां, बनका गांव और उचौलिया लाभान्वित हो सकते हैं। पसगवां और बरबर के मध्य भी आवागमन का कोई साधन नहीं है।

जंगबहादुरगंज लखनऊ दिल्ली नेशनल हाईवे पर है। 24 घंटे बसें हैं, लेकिन स्टापेज की गहरी समस्या है। कई बार तो स्टापेज होने के बाद भी कंडक्टर सवारियां नहीं बिठाते हैं। बाईपास बन जाने के कारण अधिकतर बसें ही अंदर नहीं आती और कुछ दो किमी पहले ही उतार देते हैं। ड्राइवर और कंडक्टर का तानाशाही रवैया रहता है। हरियाणा और उत्तराखंड की बसें अंदर भी आती हैं और स्टापेज भी हैं। कुल मिलाकर परिवहन सेवाओं की बड़ी समस्या से यह परिक्षेत्र जूझ रहा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.