बाघ की दहाड़ सुनकर भागे किसान, फिर छाई दहशत
उत्तर सोनारीपुर रेंज के ग्राम बलेरा के जंगल किनारे फसल की रखवाली कर रहे किसान डर गए।
लखीमपुर : उत्तर सोनारीपुर रेंज के ग्राम बलेरा के जंगल किनारे फसल की रखवाली कर रहे किसान बाघ की दहाड़ सुनकर भाग खड़े हुए। बाघ के गांव के पास पुन: आ जाने से उनमें दहशत बढ़ गई है। किसान नेकीराम, हरिराम, भजनलाल आदि करीब एक माह से बाघ की कोई हलचल गांव के आसपास न मिलने से खेत की रखवाली करने जाने लगे थे। किसान नेकीराम ने बताया कि शनिवार की शाम को फसल की रखवाली करते समय जंगल किनारे एकाएक पशु पक्षियों का शोर उठने लगा। उन लोगों ने बढ़कर देखा तो बाघ दिखा और उसने दहाड़ना शुरू कर दिया। इससे लोग गांव की तरफ भाग खड़े हुए। बाघ जंगल के किनारे टहलता रहा। हालांकि 20 मिनट बाद पलिया-चंदनचौकी रोड पर बाघ पश्चिम की ओर जाते हुए राहगीरों को दिखा। वन दरोगा राधेश्याम ने बताया कि बाघ की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर भेजी गई। कांबिग कराई जा रही है।
दिलावरनगर में तेंदुआ के आने की पुष्टि बरबर क्षेत्र के दिलावरनगर जंगल के आसपास की आबादी क्षेत्र में तेंदुआ की मौजूदगी की पुष्टि हुई है। दो सप्ताह से ग्रामीण लगातार वन विभाग को सूचित कर रहे थे, लेकिन वह विभाग की टीम महज अफवाह बताकर पल्ला झाड़ रही थी। रविवार को टीम ने मौके पर पहुंचकर पड़ताल की। इस दौरान खेतों में मिले पगमार्क के आधार पर वनरक्षक माया प्रकाश ने तेंदुआ होने की पुष्टि की है। इससे ग्रामीणों में दहशत व आक्रोश का माहौल बना है। लोगों का कहना कि विभाग अभी भी किसी बड़ी घटना के इंतजार में है। दिलावरनगर जंगल सहित आसपास के गोमती घाट, राजकीय गौसदन, श्मशान घाट, रामपुर खोखर, हजीरा बस्ती के इर्दगिर्द तेंदुए की चहलकदमी जारी है।