प्रदेश स्तर पर तीन किसान और दो समितियां होंगी पुरस्कृत
प्रांतीय प्रतियोगिता के लिए चीनी मिलों गन्ना समितियों और किसानों का हुआ था चयन। गन्ना किसान अचल और भीरा समिति अव्वल।
लखीमपुर : प्रांतीय प्रतियोगिता के लिए जिले से तीन चीनी मिलों, गन्ना समितियों और तीन किसानों का चयन किया गया था। प्रदेश स्तर पर जिले की कोई चीनी मिल स्थान नहीं पा सकी। उत्कृष्ट कार्य करने वाले तीन जिले के किसान और दो गन्ना समितियों का चयन हुआ है। जिन्हें चीनी उद्योग और गन्ना विभाग की ओर से पुरस्कृत किया जाएगा। जिला स्तर पर तीसरा स्थान पाने वाली गन्ना सहकारी समिति ने प्रदेश में प्रथम स्थान हासिल किया ।
जिला गन्ना अधिकारी बृजेश पटेल ने बताया की जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हुई बैठक में जिले की उत्कृष्ट चीनी मिलों, गन्ना विकास समितियों और किसानों का चयन किया गया था। इसके बाद उन्ही को राज्य स्तर पर पुरस्कार के लिए चयन होने के लिए प्रस्तावित किया गया। प्रथम स्थान पाने वाले को मिलेंगे 51 हजार
प्रदेश में पहले स्थान पर रहने वाली शुगर मिल, गन्ना समिति और किसान को 51-51 हजार रुपये का पुरस्कार राज्य सरकार की ओर से दिया जाएगा। दूसरे स्थान में आने वालों को 31-31 हजार और तीसरे नंबर पर आने वालों को 21-21 हजार रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा। ये किसान चमके
उत्कृष्ट किसानों में पहले नंबर पर मेंड़ईपुरवा निघासन के अचल, दूसरे पर लखनपुरवा के धर्मपाल और तीसरे स्थान पर सिंगाही के श्रीराम सिंह चयनित हुए। इन्हीं किसानों को चयन मंडल स्तर पर किया गया। प्रदेश स्तर पर बाजी मारने वाले किसान अचल गन्ने की खेती के अलावा पशुपालन मुर्गीपालन, मधुमक्खी पालन और मत्स्य पालन भी कर रहे हैं। इनका हुआ चयन
डीसीओ ने बताया जिला स्तर पर चयन होने वाली चीनी मिलों में पहले स्थान पर बलरामपुर ग्रुप की गुलरिया चीनी मिल, दूसरे पर कुंभी चीनी मिल और तीसरे नंबर पर पसगवां की अजवापुर चीनी मिल का चयन किया गया था। इन्ही को प्रदेश स्तर के पुरस्कार के लिए प्रस्तावित किया गया था। प्रदेश स्तर पर जिले की कोई चीनी मिल मानकों पर खरी नहीं उतरी। मंडल में हरदोई की लोनी चीनी मिल अव्वल रही। गन्ना समितियों में जिला स्तर पर प्रथम स्थान पर सहकारी गन्ना विकास समिति पलिया, द्वितीय पर सहकारी गन्ना समिति संपूर्णानगर और तीसरे स्थान पर सहकारी गन्ना समिति भीरा रही। वहीं मंडल स्तर पर गन्ना विकास समिति भीरा को प्रथम स्थान और गन्ना विकास समिति को तीसरा स्थान मिला है। दूसरा स्थान सीतापुर की गन्ना विकास समिति को मिला है।