हैंडलर्स तक पहुंचने में नाकाम रही एटीएस
पहुंचने में नाकाम रही है। इस बात का जिक्र एटीएस के विवेचक ने अपनी विवेचना में भी किया है कि विवेचना में हैंडलर्स को आसानी से सर्च नही किया जा सकता है।
लखीमपुर : जिले के चर्चित टेरर फंडिग के मामले में एटीएस की टीम करेंसी को हैंडल करने वालों तक पहुंचने में नाकाम रही है। दस आरोपितों के खिलाफ कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल होने के बाद जो तथ्य सामने आए हैं, वह काफी चौंकाने वाले हैं।
टेरर फंडिग के मामले में खातों के जरिए पाकिस्तान, चीन, अजरवैजन व संयुक्त अरब अमीरात तक के सैकड़ों खातों का हवाला एटीएस ने अपनी विवेचना में उजागर किया है। इनके माध्यम से विदेशों में रुपया भेजा जाता था। जिस विदेशी कंपनी का नाम प्रकाश में आया है उस कंपनी की मार्फत भी करोड़ो रुपयों का लेनदेन किया गया है। जिसकी मुख्य कड़ी सिक्किम की रहने वाली महिला प्रधान है। इस महिला प्रधान की मुलाकात फेसबुक के जरिए सदाकत व नाइजीरियन से हुई एटीएस की टीम ने अपनी विवेचना में करेंसी हैंडिल करने वाले सैकड़ों खातों का जिक्र किया है, लेकिन इन खातेदारों तक एटीएस की टीम पहुंचने में नाकाम रही है। इस बात का जिक्र एटीएस के विवेचक ने अपनी विवेचना में भी किया है कि विवेचना में हैंडलर्स को आसानी से सर्च नही किया जा सकता है। विवेचना में दिए गए हवाले से यह बात साबित है कि टेरर फंडिग में शामिल हैंडलर्स तक एटीएस की टीम नहीं पहुंच सकी है और किस खाते का संचलन किसके द्वारा किया जाता था और कितना पैसा किस देश को भेजा गया। एटीएस मात्र दस लोगों के खिलाफ ही आरोप पत्र दाखिल कर सकी है और सिक्किम की महिला प्रधान व एक विदेशी कंपनी के खिलाफ विवेचना जारी होना बताया गया है। साथ ही किसी भी आरोपित के खिलाफ गैर कानूनी क्रिया कलाप करने के आरोप भी नहीं पाया गया है।