हवाई सर्वेक्षण कर मंत्रियों ने लिया बाढ़ का जायजा
बंधों पर 24 घंटे पेट्रोलिग एहतियाती उपाय करने तथा तत्कालिक रूप में राहत सामग्री उपलब्ध कराने के दिए निर्देश। पीड़ित परिवारों को उपलब्ध कराई जा रही सहायता की समीक्षा की।
लखीमपुर : शनिवार को प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण मंत्री अनिल राजभर तथा राज्यमंत्री जलशक्ति विभाग बलदेव सिंह ओलख बाढ़ का जायजा लेने हेलीकॉप्टर से शारदानगर पहुंचे। दोनों मंत्रियों ने गेस्ट हाउस में विभागीय अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के साथ बाढ़ और पीड़ित परिवारों को उपलब्ध कराई जा रही सहायता की समीक्षा की।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि तटबंधों पर 24 घण्टे पेट्रोलिग की जाए। बंधों की संवेदनशीलता के मद्देनजर अतिरिक्त सतर्कता बरतने की जरूरत है। कहा कि बाढ़ की स्थिति से उत्पन्न समस्या से निपटने के लिए सरकार पूरी तरह से संवेदनशील है। मुख्यमंत्री खुद बाढ़ की मॉनीटरिग कर रहे हैं। कहा कि हम सबके सामने बाढ़ एवं कटान की आगे कोई चुनौती आती है तो उसका सामना करते हुए जनता की सेवा करेंगे। कोविड-19 के बावजूद प्रत्येक सप्ताह मुख्यमंत्री बाढ़ की नियमित समीक्षा कर रहे हैं। बाढ़ के स्थाई समाधान के लिए प्रदेश सरकार कदम बढ़ा चुकी है। मुख्यमंत्री की सजगता और सक्रियता के चलते ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से पलायन में 90 प्रतिशत गिरावट आई है। पिछले वर्षों की तुलना में इस वर्ष दोगुना पानी आ चुका है। फिर भी स्थितियां नियंत्रण में हैं। प्रदेश सरकार जनता की सेवा के लिए प्रतिबद्ध है। कहा कि क्षतिग्रस्त नाव का प्रयोग कदापि न किया जाए। नावों में क्षमता से अधिक लोगों को ना बैठाया जाए। चारे की व्यवस्था, पशुओं के टीकाकरण सहित अन्य बिदुओं पर समीक्षा की। उन्होंने कहा कि बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में चिकित्सा एवं पशुपालन विभाग की टीमें सक्रिय होकर कार्य करें। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को सर्पदंश की घटनाओं से निपटने के लिए पूरी तैयारी रखने का निर्देश दिया। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं संबंधित एसडीएम भ्रमणशील रहते हुए स्थिति पर निगाह रखें। उन्होंने नाविकों का समय से भुगतान के लिए निर्देशित किया। कहा कि बाढ़ और कटान से कैसे बचा जाए और उसके प्रभाव को कैसे कम किया जाए, उसकी अगले 45 दिन की कार्ययोजना बनाकर कार्रवाई का निर्देश दिया।
राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख ने वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए सीएमओ को बाढ़ के लिए अलग से एक अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी को नोडल अधिकारी बनाने का निर्देश दिया।
बैठक के बाद प्रभावित ग्रामीणों को खाद्यान्न किट वितरित किया। इस दौरान डीएम शैलेंद्र सिंह, एसपी सत्येंद्र कुमार, विधायक सदर योगेश वर्मा, मंजू त्यागी, अपर मुख्य सचिव सिचाई टी वेंकटेश, सीडीओ अरविद सिंह, सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल, एडीएम अरुण कुमार सिंह, मुख्य अभियंता, शारदा एसपी सिंह, अधीक्षण अभियंता, बाढ़खंड एसके पांडेय, अधीक्षण अभियंता रामेश्वर मिश्रा, अधिशासी अभियंता बाढ़ खंड राजीव कुमार सहित तमाम अधिकारी मौजूद थे।