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रैनी गांव की तरफ मुड़ी शारदा नदी, घर तोड़ने लगे ग्रामीण

शारदा नदी के जलस्तर से पहला कहर धौरहरा के रैनी गांव पर हुआ है। गांव में भरा बाढ़ का पानी जनजीवन त्रस्त। पसियनपुरवा अहिरनपुरवा और राजापुर भी प्रभावित हुए हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 12 Jul 2020 10:29 PM (IST)Updated: Sun, 12 Jul 2020 10:29 PM (IST)
रैनी गांव की तरफ मुड़ी शारदा नदी, घर तोड़ने लगे ग्रामीण
रैनी गांव की तरफ मुड़ी शारदा नदी, घर तोड़ने लगे ग्रामीण

लखीमपुर : भारी बारिश के बाद बढ़ गए शारदा नदी के जलस्तर से पहला कहर धौरहरा के रैनी गांव पर हुआ है। बाढ़ का पानी रैनी, पसियनपुरवा, अहिरनपुरवा और राजापुर में घुस गया है। उफनाई शारदा रैनी गांव के पास परियोजना के तहत बनाए गए कटर और परकूपाइन को ध्वस्त कर रही है। गांव जाने वाले रास्ते भी तकरीबन जलमग्न हैं।

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धौरहरा ब्लॉक के रैनी, समदहा, चिकनाजती और चहमलपुर गांव शारदा नदी की चपेट में आते रहे हैं। बीते वर्षों में इन गांवों को बाढ़ से बचाने के लिए विभाग ने यहां काम भी किया है। इस काम फायदा इस बार चहमलपुर, चिकनाजाती और समदहा में तो दिखा लेकिन, नदी का दबाव रैनी में बढ़ गया। ग्रामीणों का आरोप है कि विभाग ने यहां कराए गए काम में भारी लापरवाही बरती और काफी कुछ अधकचरा छोड़ दिया गया। यही वजह है कि उफनाने के बाद शारदा नदी पूरी तरह रैनी की तरफ घूम गई। पूरे रैनी गांव सहित आस पास के मजरों में भी पानी घुस गया है। पास की रोड पर बने रपटा पुल पर पानी सड़क से तीन फिट ऊपर बहने लगा। समदहा के प्रधानपति भगवानदीन बताते हैं कि रैनी में नदी के नजदीक बसे धर्मपाल, चुंगू, मुलुकराम, मौजीलाल, राहुल वर्मा, राम सिंह व कनौजीलाल आदि लोग संभावित कटान के डर से अपने घर तोड़ रहे हैं। तीन सौ मीटर छूटा हुआ पैच बना मुसीबत रैनी और आसपास के गांवों को बाढ़ से बचाने के लिए यहां 1200 मीटर में कटर और पारकूपाइन का काम होना था। बाढ़ खंड से इसके लिए प्रस्ताव गया भी था लेकिन, शासन से अनुमति 900 मीटर काम की ही मिली। बाढ़ खंड ने इसके हिसाब से काम करा लिया। अब जब शारदा का जलस्तर बढ़ा तो वह 300 मीटर के इसी छूटे हुए पैच से गांव में घुस गई।

बाढ़ खंड के अधिकारियों को रैनी में बचाव कार्य के लिए कहा गया है। वहां पर नदी को आगे बढ़ने से रोकने के उपाय शुरू भी हो गए हैं। स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।

सुनंदू सुधाकरन, एसडीएम धौरहरा

खेतों तक पहुंचा शारदा का पानी बिजुआ में लगातार हो रही बारिश से शारदा नदी का जलप्रवाह तेज हो गया है। जलस्तर भी बढ़ने लगा है। बिजुआ ब्लॉक के रेवतीपुरवा गांव में नदी के किनारे बने बंधे के रास्ते मरहिया तक नदी का पानी पहुंच गया है, जिससे नदी के किनारे की करीब बीस एकड़ गन्ने व धान की फसल जलमग्न हो गईं हैं। रेवतीपुरवा निवासी रोबिन राजेश, रणधीर, रामऔतार, रामप्रसाद, दीपचंद, मुकेश ने बताया कि शारदा पर तटबंध बनाया गया था जो अनियमितताओं के चलते पिछले वर्ष कट गया था लेकिन, उसके दुरुस्तीकरण के लिए शासन ने कोई इंतजाम नहीं किया। इसका खामियाजा इस बार रेवतीपुरवा के ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। शारदा का पानी बंधे के मुहाने से गांव की तरफ बढ़ने लगा तो जिम्मेदारों ने आनन-फानन उस कटे हुए बंधे पर बांध बांधने का प्रयास किया लेकिन, जब तक वह बांधा जाता शारदा का उफान तेज हो जाने के कारण बांध को रोक न सके और वापस चले गए। जिसके कारण कटे हुए बंधे के मुहाने से नदी का प्रवाह बढ़ने लगा है। शैलेंद्र कुमार, जयराम ने बताया कि यदि वह समय पर इस बांध को बांध देते तो शारदा का पानी खेतों की तरफ रुख न करता।


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