शारदा नदी का फिर बढ़ा जलस्तर, मचा हड़कंप
सूरजपुर के कटे बंधे ने भी बढ़ा दी है बझेड़ा गाव की मुश्किलें
लखीमपुर : शारदा नदी का घटता-बढ़ता जलस्तर इन दिनों बिजुआ के तराई क्षेत्र के गावों के बाशिदों के लिए मुसीबत बनता जा रहा है। जरा सा जलस्तर बढ़ते ही ग्रामीणों के दिल की धड़कनें तेज हो जाती हैं। इसी में रविवार से हो रही बरसात ने एक बार फिर नदी का जलस्तर बढ़ा दिया है। जिससे अब तक कुछ खाली दिखने वाली नदी एक बार फिर से पानी से लबालब हो गई है।
बता दें कि हर साल बाढ़ की विभीषिका से परेशान बिजुआ ब्लॉक क्षेत्र के दर्जनों गांवों के बाशिदों के लिए शारदा नदी के कटान से बचाव को लेकर प्रशासन की तरफ से कुछ जगहों पर पिलर तो कुछ जगहों पर बंधे को बांधा गया था। जिसके तहत मिट्टी आदि डालकर इसको ऊंचा भी कर दिया गया था। अभी बीते सप्ताह में सूरजपुर गांव के सामने बने बंधे को शारदा ने काट दिया। जिससे नदी ने अपना रुख किसानों के खेतों व गावों की तरफ मोड़ दिया। जिससे शारदा नदी के किनारे सूरजपुर से रेवतीपुर वा तक करीब आधा दर्जन से गांव इसकी चपेट में आने से है, बजेड़ा गांव के निवासियों ने बताया की सूरजपुर गांव के पास बंधा कट गया है, जिससे नदी का डायवर्जन होने के कारण कुछ कम हो गई थी लेकिन उधर शासन द्वारा कटे हुए बंधे के कटान को रोकने का प्रयास किया जा रहा है।
उधर लगातार कटे बंदे के रोके जा रहे पानी और दो दिन से हो रही बरसात ने शारदा के लगातार बढ़ रहे जलस्तर ने बझेड़ा, रेवतीपुरवा, बलदेवपुरवा, मिस्त्रीपुरवा, लौकहा सहित कई गांव के किसानों की धड़कनें बढ़ा दी है। वहीं इन दिनों शारदा नदी के लगातर बढ़ते जलस्तर से ग्रामीणों को बाढ़ का खतरा सताने लगता है। वहीं घटते जलस्तर में कटान का संकट उनके सामने आ जाता है। गांव के किनारे बना बंधा भी नदी में बहा
बझेड़ा गाव के कटान पीड़ित श्यामकली, मनोज कुमार, अशोक कुमार, अभिलाष चंद्र, राजीव कुमार, कपिल दत्त, अमित कुमार आदि ने बताया कि अभी कुछ साल पहले गाँव की कुछ दूरी पर एक बंधा बांधा गया था जो इस बार वह भी नदी में बह गया है और नदी पल पल गांव की ओर बढ़ रही है। ऐसे में हम सभी ग्रामीण जिदगी और मौत के बीच जिदगी को गुजार रहे हैं।