आर्य कन्या डिग्री कालेज में प्रबंधक और प्राचार्य के बीच ठनी रार
शुक्रवार को जिला मुख्यालय पर स्थित आर्य कन्या डिग्री कालेज में प्राचार्य तथा प्रबंधक के बीच विवाद हो गया।
लखीमपुर: शुक्रवार को जिला मुख्यालय पर स्थित आर्य कन्या डिग्री कालेज में प्राचार्य तथा प्रबंधक व प्रशासक के बीच विवाद हो गया। प्राचार्य का कहना था कि स्वयं को विद्यालय का प्रबंधक बताने वाले मुदित दीक्षित के पास ऐसा कोई प्रमाण नहीं है। जिससे वे उन्हें प्रबंधक माने जबकि प्रबंधक मुदित दीक्षित ने आर्य प्रतिनिधि सभा चिटफंड सोसाइटी के प्रपत्र दिखाते हुए कहा कि उसी के तहत आर्य कन्या इंटर व डिग्री कालेज की संस्थाएं संचालित हैं जिसके द्वारा वे नामित किए गए हैं। लगभग चार घंटे तक चले इस विवाद में अंत तक कोई निर्णय नहीं हो सका।
ये है प्राचार्य का तर्क
आर्य कन्या डिग्री कालेज में विगत 31 अक्टूबर को नवागत प्राचार्य के तौर पर डा. वीणा गोपाल मिश्रा ने तत्कालीन कार्यवाहक प्राचार्य डा. सुरचना त्रिवेदी से कार्यभार ग्रहण किया था, तब से वे अभी तक काम कर रही हैं। उनका कहना है मुझे आयोग ने यहां पर प्राचार्य बनाकर भेजा है, शासन के आदेश से वे यहां आई हैं, स्वयं को आर्य प्रतिनिधि सभा का सदस्य व प्रबंधक बताने वाले मुदित दीक्षित ऐसा कोई कागज दिखाएं जिसपर उन्हें यहां का प्रबंधक बताया गया हो।
प्रबंधक की बात भी अहम
उधर प्रबंधक मुदित दीक्षित का तर्क था कि विद्यालय जैसी संस्थाएं तीसरे नंबर पर हैं। इसके ऊपर आर्य समाज और आर्य समाज के ऊपर आर्य प्रतिनिधि सभा शासन करती है, जिसके वे न केवल सदस्य हैं बल्कि प्रशासक भी हैं, जिसने उन्हें प्रबंधक बनाया है। इसका प्रधान कार्यालय लखनऊ में है, इतना ही नहीं उन्होंने इससे संबंधित प्रपत्र भी दिखाएं जो कि स्टांप पेपर पर थे, लेकिन प्राचार्य डा. वीणा गोपाल उनके दिखाएं प्रपत्र नहीं मान रही थीं।
पांच बार बुलाने पर भी नहीं आईं प्राचार्य
मुदित दीक्षित का कहना था कि वह सुबह 10 बजे जब कालेज पहुंचे तो उन्हें प्राचार्य नहीं मिली, प्राचार्य दिन में 11:22 पर कालेज पहुंची जब बतौर प्रबंधक मुदित दीक्षित ने उन्हें अपने कक्ष में बैठक के लिए बुलाया तो उन्होंने मना कर दिया। बकौल मुदित दीक्षित प्राचार्य को पांच बार बुलाया और पांचों बार प्राचार्य ने यह कहकर मना किया कि वे आवश्यक कार्य कर रही हैं, उन्हें अगर जरूरत हो तो वो खुद आकर प्राचार्य के कक्ष में मिलें। नाराज मुदित दीक्षित ने जब प्राचार्य को निलंबन की चेतावनी दी तो प्राचार्य ने पुलिस बल बुला लिया हालांकि पुलिस बल के साथ पहुंचे मिश्राना चौकी इंचार्ज गजेंद्र सिंह ने दोनों पक्षों को शांत कराने की कोशिश की, लेकिन शाम तक इसमें कोई निर्णय नहीं निकल पाया।
पहले भी आते जाते रहे हैं प्रबंधक
मौके पर पहुंची पूर्व कार्यवाहक प्राचार्य डा. सुरचना त्रिवेदी समेत कई शिक्षिकाओं ने यह बताया कि मुदित दीक्षित पहले भी प्रशासक के तौर पर कालेज में आते रहे हैं और बैठकें कराते रहे हैं। इस दौरान पूर्व कार्यवाहक प्राचार्य ने वर्तमान प्राचार्य डा. वीणा गोपाल पर अभद्रता से बातचीत के भी आरोप लगाए।