रस्म अदायगी के साथ सड़क सुरक्षा सप्ताह संपन्न
सड़कों पर जारी है अब भी नियमों का उल्लंघन। अभियान का उद्देश्य जनमानस को जागरूक करना था। अब भी सड़क पर ऐसे ई-रिक्शा टेंपो चल रहे हैं। यही हाल ओवरलोडेड मैजिक का भी है।
लखीमपुर : सड़क सुरक्षा के नियमों के प्रति लोगों को जागरूक करने वाला वर्ष का प्रथम सड़क सुरक्षा अभियान पूरी रस्म अदायगी के साथ संपन्न हो गया। अभियान का प्रमुख उद्देश्य जनमानस को जागरूक करना था, लेकिन अब भी सड़क पर ऐसे ई-रिक्शा टेंपो चल रहे हैं, जिनकी आगे और पीछे दोनों तरफ की लाइटें तक खराब हैं। यही हाल ओवरलोडेड मैजिक का भी है। कोरोना काल में शारीरिक दूरी की परवाह न करते हुए बाहर तक लटकी सवारियां जिला मुख्यालय से ईसानगर, सिसैय्या, धौरहरा रूट पर आसानी से देखी जा सकती हैं। सड़क सुरक्षा को लेकर बनाए गए नए कानून भी अब इन पर प्रभावी नहीं होते। हालांकि परिवहन विभाग के अधिकारियों का यही तर्क है कि नया कानून जल्दी ही आया है। ये हुई वाहनों पर कार्रवाई हेलमेट न पहनने वाले 152 चालान, ओवरलोड छह ट्रक बंद, गलत पार्किंग में खड़ी छह कारों पर कार्रवाई, सीट बेल्ट के 42 चालान, प्रदूषण के 53 चालान, रिफ्लेक्टर के 19 चालान किए गए।
22 जून से अभियान की शुरुआत हुई और पहले दिन यह अभियान सिर्फ सरकारी बैठकों तक सीमित रहा। इसके बाद सीट बेल्ट और हेलमेट वालों को जागरूक करने के लिए चौराहों पर फूल बांटे गए। बच्चों की कहानी लेख और कविता की ऑनलाइन प्रतियोगिता कराई गई। डीसी रोड पर टेंपो, ई रिक्शा चालकों की कोविड-19 की जांच कराई गई। 28 जून को रिफ्लेक्टर की जांच करते हुए अभियान का समापन करा दिया गया। आगे भी होगी कार्रवाई एआरटीओ प्रवर्तन आरके चौबे का कहना है कि साल में चार बार अभियान चलाया जाता है। यह वर्ष का पहला अभियान है। प्रयास किया जाता है कि लोग जागरूक हों, फिर भी कमी रह जाती है। जहां कहीं उल्लंघन हो रहा है, जांच करके चालान किया जाएगा।