मृतक पत्रकार रमन के परिवारजन से मिले टिकैत
भारतीय किसान यूनियन के राष्टीय प्रवक्ता किसान नेता राकेश टिकैत शनिवार की शाम खीरी हिंसा में मृतक पत्रकार रमन कश्यप के घर निघासन पहुंचे।
लखीमपुर: भारतीय किसान यूनियन के राष्टीय प्रवक्ता किसान नेता राकेश टिकैत शनिवार की शाम खीरी हिसा में मृतक पत्रकार रमन कश्यप के घर निघासन पहुंचे। राकेश टिकैत ने परिवारजन से कहा कि जब मैं इससे पूर्व आया था तो गम का माहौल था। जिसके चलते ठीक से मुलाकात नहीं हो सकी थी। टिकैत ने मृतक पत्रकार रमन की बेटी वैष्णवी से पढ़ाई के बारे में जानकारी ली। कहा कि खीरी हिसा में किसी निर्दोष किसान को न फंसाया जाए।
'राजनीति की जगह खेती बाड़ी को तवज्जो दें किसान'
राकेश टिकैत हंडेला गुरुद्वारा भी पहुंचे। वहां मत्था टेका। किसानों ने बजाज चीनी मिल पर गन्ना भुगतान की समस्या उठाई। इस सवाल पर कहा चीनी मिल भुगतान कर रही है। पूरा भुगतान न होने पर संगठन आदोलन की राह पकड़ेगा। उन्होंने किसानों से कहा राजनीति के चक्कर की जगह किसान अपने खेती बाड़ी के काम को तवच्जो दें। इसके पश्चात काफिला पलिया के लिए रवाना हो गया। दिलबाग सिंह के घर किया रात्रि विश्राम अपने दो दिवसीय दौरे को लेकर जिले में शुक्रवार को पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने अपने विभिन्न कार्यक्रमों को निपटाने के बाद शाम को ही भाकियू के जिला उपाध्यक्ष कुलदीप सिंह के गोला गोकर्णनाथ कार्यालय का शुभारंभ किया। उसके बाद देर शाम भाकियू के जिला अध्यक्ष सरदार दिलबाग सिंह संधू के बिजुआ ब्लाक के रहीमनगर ग्रंट स्थित आवास पर पहुंचकर भोजन व रात्रि विश्राम किया। जिसमें आस-पड़ोस से सभी किसानों ने पहुंचकर टिकैत से मुलाकात की। तो वहीं टिकैत क्षेत्र के किसानों की समस्याओं से रूबरू हुए। क्षेत्र में जिलाध्यक्ष का घर होने के कारण यह पहला मौका था जब किसान नेता राकेश टिकैत वहां पर पहुंचे थे। जिसको लेकर मूड़ासवारान क्षेत्र में किसानों से लेकर नौजवान भी मिलने को आतुर थे। शाम से ही जिला अध्यक्ष के घर पर जमावड़ा लगना शुरू हो गया था। जिसको लेकर पुलिस प्रशासन भी चौकन्ना रहा। जिसके बाद वह सुबह बसलीपुर किसान नेता बलवीर सिंह के यहां पहुंचे। उसके बाद उन्होंने गुरुद्वारे में मत्था टेका। करीब 12 बजे वह हड़ेला गुरुद्वारा में मत्था टेककर वहां पर किसानों के साथ बैठक की। उसके बाद खीरी हिसा में आरोपित विचित्र सिंह के परिवारजन से मिले उनका हालचाल जाना। इस दौरान आंशु खान, सुभाष यादव, नातीक खान, सुधीर यादव, राशीद खान , गुरसेवक सिंह, इरशाद गाजी समेत काफी संख्या में किसान मौजूद रहे।