बाढ़ में सड़क कटने से अलग थलग पड़ा रैनी गांव
धौरहरा क्षेत्र में आई शुरूआती बाढ़ ने ही रैनी सरसवा मार्ग काट दिया था। सड़क बनाने की मांग पर नहीं हो रही सुनवाई। धौरहरा आने के लिए करीब 50 किलोमीटर का चक्कर काट रहे हैं।
लखीमपुर : धौरहरा क्षेत्र में आई शुरूआती बाढ़ ने ही रैनी सरसवा मार्ग काट दिया था। कई दिन तक सड़क के ऊपर तीन फिट तक पानी चलता रहा था। जब पानी कम हुआ तो करीब पांच मीटर सड़क कट चुकी थी। यह स्थिति अभी तक वैसी ही है और रैनी गांव के लोग सरसवा अथवा धौरहरा आने के लिए करीब 50 किलोमीटर का चक्कर काट रहे हैं।
रैनी और उसके आसपास के कई मजरा गांवों के ग्रामीण सरसवा होते हुए धौरहरा अथवा कहीं और के लिए जाते थे। रैनी से सरसवा रोड के जरिए यह चन्द किलोमीटर की दूरी महज तीस मिनट का रास्ता थी। लेकिन जुलाई मे आई शारदा की बाढ़ में रैनी, पसियनपुरवा, अहिरनपुरवा, राजापुर आदि गांव जलमग्न हो गए थे। रैनी सरसवा रोड पर पानी का बहाव इतना तेज था कि वह डामर रोड ही बहा ले गया। अब बाढ़ थमने के बाद भी सड़़क की हालत जस की तस है। ग्रामीणों ने इस सड़क को बनवाने के लिए स्थानीय विधायक से लेकर अधिकारियों तक कई बार गुहार लगाई है। ताकि सड़क बनने से उनका आवागमन जारी रह सके, लेकिन सुनवाई किसी भी स्तर पर नहीं हुई।