फिर बदला मौसम, ठंडी हवाओं संग रिमझिम बारिश
आकाश में पूरे दिन छाए रहे बादल लोगों को उमस से मिली निजात
लखीमपुर: करीब एक हफ्ते बाद फिर मौसम का मिजाज बदला और रिमझिम बारिश शुरू हो गई। गुरुवार की रात से ही बूंदाबांदी शुरू हो गई थी। शुक्रवार की सुबह से बीच-बीच में ऐसा लगा कि धूप निकलेगी लेकिन, फिर बादल घिर गए और रुक-रुककर पूरे दिन बारिश हुई। ठंडी हवाओं के चलते मौसम बदल गया लोगों को एक बार फिर गर्मी उमस से निजात मिली।
बुधवार की शाम से ही ठंडी हवाएं चलनी शुरू हो गई थी, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल के चक्रवात के बाद जिले में भी ठंडी हवाओं के दौर में लोगों को एहसास करा दिया था कि यहां भी बारिश हो सकती है। गुरुवार की देर रात जोर के छींटे पड़ने के बाद शुक्रवार की सुबह से रुक-रुककर पूरे दिन रिमझिम बारिश हुई तो लोगों को गर्मी और उमस से तो निजात मिली, लेकिन बारिश की रिमझिम फुहार ने सड़क पर आते जाते लोगों को खूब भिगोया। लोग छाता लेकर के घर से निकले। शहर के कुछ निचले हिस्सों में हल्का फुल्का जलभराव हो गया। जिले के अन्य क्षेत्रों में भी बादल बारिश और ठंडी हवाओं से मौसम बदल गया पूरे दिन आसमान में छाए काले काले बादल और जोर की ठंडी हवाओं से मौसम सुहावना रहा। पलियाकलां: शुक्रवार को पूरे दिन रिमझिम बरसात होती रही जिससे मौसम काफी सुहावना हो गया। लोगों को गर्मी से राहत तो मिली ही गन्ने की फसल को भी इस बरसात से काफी लाभ पहुंचा है। इसके अलावा चायनीज धान को भी लाभ मिला है। किसानों को एक सिचाई करने से मुक्ति मिल गई है। इससे किसानों के चेहरों पर मुस्कान आ गई है। किसान खेतों में खाद डालने के प्रयास में लग गए हैं।
भीरा: मई माह के आखिरी हफ्ते में पसीने पसीने करने वाली गर्मी के बीच हो रही रिमझिम बरसात से लोगों ने इस गर्मी में चैन की सांस ली है। हल्की बूंदाबांदी के साथ रिमझिम वर्षा हुई।
रुकुंदीपुर: इस वर्ष बे मौसम बरसात से किसानों को नुकसान कम लेकिन, फसलों को फायदा अधिक हुआ है। फरधान क्षेत्र में सबसे अधिक गन्ने की खेती पर किसान जोर देते हैं।