लखीमपुर: मंगलवार को जिले भर के बिजली कर्मचारी और लेखपाल हड़ताल पर रहे। बिजली अभियंताओं और कर्मचारियों ने अधीक्षण अभियंता कार्यालय में धरने पर बैठकर सरकार विरोधी नारेबाजी की। बिजली सप्लाई की व्यवस्था संविदा कर्मियों के जिम्मे रहा लेकिन, गांवों में ट्रांसफार्मर भिजवाने, राजस्व वसूली करने जैसे कार्य नहीं हुए तो वही लेखपालों की बाइक रैली से तहसील में आए जरूरतमंदों को निराश होना पड़ा।
बिजली अभियंता भविष्य निधि के निजी ट्रस्ट में निवेश से भड़के हुए हैं। अभियंताओं ने कहा कि एक सप्ताह से बिजलीकर्मी 11 से शाम पांच बजे तक धरना दे रहे हैं। जिसका कोई सार्थक परिणाम न निकलने पर कार्य बहिष्कार हुआ है। राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर्स संगठन के जिलाध्यक्ष अमित भारद्वाज ने बताया कि बुधवार से अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार किया जाएगा। राज्य विद्युत परिषद प्राविधिक कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष मुनेंद्र मिश्र समेत तमाम अभियंताओं व कर्मचारियों ने आंदोलन तेज करने का आह्वान किया।
उप्र लेखपाल संघ ने तहसील मुख्यालय से शहर के हीरालाल धर्मशाला, खीरी रोड, सौजन्या चौराहा, डीसी रोड, नौरंगाबाद, कचहरी रोड होते हुए बाइक रैली निकाली। तहसील अध्यक्ष रामकृष्ण मिश्रा ने कहा कि लेखपालों को एक महीने का सिर्फ 100 साइकिल भत्ता दिया जाता है लेकिन, उनसे कार्य काफी लंबी दूरी तक लिए जाते हैं। इसलिए वह आखिरी बार बाइक से रैली निकाल रहे हैं। बुधवार से लेखपाल साइकिल से ही अपना कार्य करेंगे। इसके साथ ही सिर्फ प्रथम व तृतीय मंगलवार को ही तहसील में आएंगे। इस दौरान अतुल वाजपेयी, जसकरन लाल, रमाकांत वर्मा, रामनरेश शुक्ला, उत्तम कुमार समेत तमाम लेखपाल मौजूद थे।
धौरहरा : लेखपाल संघ ने कस्बे की सड़कों पर बाइक रैली निकाली। अध्यक्ष शशांक शेखर शुक्ल ने बताया कि रैली मेन रोड, मुख्य बाजार, कोतवाली रोड, आरा रोड होते हुए तहसील पहुंचकर एक सभा में बदल गई। मंत्री शिव बालक सिंह तोमर ने कहा कि वह बाइक से यात्रा न करके रोडवेज से ही यात्रा करेंगे। क्षेत्र में साइकिल से ही चलेंगे। इस मौके पर संघ के रामखेलावन वर्मा, प्रदीप वर्मा, राजबहादुर सिंह तोमर, प्रदीप पांडे, अंकित, नितेश, रवि मिश्रा आदि थे।
मोहम्मदी : प्रांतीय आवाहन पर 50 लेखपाल हड़ताल पर चले गए तथा अपनी मांगों के समर्थन में बाइक रैली निकालकर हुंकार भरी। इस दौरान अध्यक्ष अनुज मिश्रा, महामंत्री सोनम जायसवाल सहित तमाम लेखपाल मौजूद थे।
अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप
1952 से 2019 तक इन राज्यों के विधानसभा चुनाव की हर जानकारी के लिए क्लिक करें।