मुर्शिदाबाद के नरसंहार को लेकर लखीमपुर में भी उबाल
शेष के द्वारा वीभत्स तरीके से जान से मारना और अपराधियों का न पकड़ा जाना साबित करता है कि हत्यारों को पश्चिम बंगाल की सरकार पूरी तरह संरक्षण दे रही है।
लखीमपुर : पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुए नरसंहार के विरोध में लखीमपुर में भी उबाल दिखा। इसे लेकर हिदूवादी संगठनों ने पश्चिम बंगाल में सरकार को बर्खास्त करके राष्ट्रपति शासन की मांग की है। हिदूवादी संगठनों ने मुर्शिदाबाद से घुसपैठियों को बाहर कराए जाने की भी पुरजोर मांग की है। इस मामले में जहां विश्व हिदू परिषद, बजरंग दल संगठनों ने ज्ञापन सौंपा। वहीं हिदू जागरण मंच और वीरांगना वाहिनी ने भी डीएम के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा है।
विश्व हिदू परिषद के भेजे गए ज्ञापन में पश्चिम बंगाल सरकार को बर्खास्त करके राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की मांग की है, घटना की सीबीआई जांच करके परिवार को सुरक्षा प्रदान करने की मांग विश्व हिदू परिषद ने की है। इस मौके पर विहीप के बृजेश पांडेय, पंकज जायसवाल, बजरंग दल के अनुज दीक्षित, विपुल सेठ, कवि अनिल अमल, सुनील जायसवाल, इंद्रपाल शिवनारायण यादव समेत काफी संख्या में विहीप के कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर ज्ञापन सौंपा। वहीं हिदू जागरण मंच वीरांगना वाहिनी ने भी इस वीभत्स नरसंहार की जोरदार आलोचना की और कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े हिदू परिवार जिसमें गर्भवती महिला, आठ साल का बालक भी शामिल है तीन लोगों को समुदाय विशेष के द्वारा वीभत्स तरीके से जान से मारना और अपराधियों का न पकड़ा जाना साबित करता है कि हत्यारों को पश्चिम बंगाल की सरकार पूरी तरह संरक्षण दे रही है। वीरांगना वाहिनी ने हत्यारों को तत्काल गिरफ्तार करके कठोर कार्रवाई की मांग की है। साथ में पश्चिम बंगाल की सरकार को तत्काल बर्खास्त करे जाने की मांग की है। ज्ञापन सौंपने वालों में वीरांगना वाहिनी के जिला उपाध्यक्ष श्वेता राय, जिलाध्यक्ष रश्मि गुप्ता, महामंत्री उमा पितरिया, मीरा सिंह, शिल्पी गुप्ता, कुलवंत कौर, मधुलिका त्रिपाठी, मीता दुआ समेत काफी संख्या में महिलाएं शामिल थी।