टिकट पाने की चाह में जमीन आसमान एक किए हैं प्रत्याशी
अंबुज मिश्र ईसानगर (लखीमपुर) गांजर की विधानसभा धौरहरा के चुनाव का पारा चढ़ता जा रहा
अंबुज मिश्र, ईसानगर (लखीमपुर): गांजर की विधानसभा धौरहरा के चुनाव का पारा चढ़ता जा रहा है। प्रत्याशी चुनाव की रणभेरी बजने के बाद पार्टियों से टिकट पाने की जुगत में जमीन आसमान एक किए हैं। वहीं वोटर भी चुप्पी साधे बैठा है।
चुनावी रणभेरी बजने के बाद प्रत्याशियों के लिए पार्टियों का टिकट पाने के लिए जद्दोजहद जारी है। भाजपा में रहे बाला प्रसाद अवस्थी व बसपा के शमशेर बहादुर के सपा में सदस्यता लेने के बाद विधानसभा धौरहरा के समीकरण पलट से गए हैं। करीब एक दर्जन दावेदारों की भाजपा से टिकट पाने के लिए सांसें अटकी हैं। वहीं सपा भी असमंजस की स्थिति में है। पूर्व मंत्री यशपाल चौधरी के बेटे वरुण चौधरी उर्फ नीलू चौधरी सपा के एकमात्र नेता थे लेकिन, भाजपा के वर्तमान विधायक बाला प्रसाद व बसपा के पूर्व विधायक शमशेर बहादुर के सपाई बनने के बाद नीलू चौधरी के माथे पर चिता की लकीरें अवश्य दिखती हैं लेकिन, सपा से टिकट पाने के मामले में पूर्ण आश्वासन जनता को बता रहे हैं। वहीं बाला प्रसाद अवस्थी की राजनैतिक विरासत को संभालने के लिए आगे आए उनके बेटे राजीव अवस्थी उर्फ लालू सपा का परचम लहरा रहे हैं। जनता की जातिगत समीकरण की गणित भी चर्चाओं का जोर पकड़ रही है। हर संभावित प्रत्याशी भी समीकरणों के जाल में उलझा नजर आ रहा है। सपा जातिगत समीकरणों के भंवर जाल में कसती जा रही है। धौरहरा विधानसभा में कुर्मी, ब्राह्मण, मुस्लिम वोट विधायक बनने का रास्ता पक्का करते हैं। तीनों जातियों के सपा नेता अपनी दावेदारी पर डटे हैं। सपा को डर है कि टिकट के बाद कहीं ये जातियां छिटक न जाएं इसलिए फूंक-फूंककर कदम बढ़ा रही है। टिकट पक्का होने के बाद विधानसभा में सुरसा जैसा मुंह फैलाए बैठी समस्याएं प्रत्याशियों के लिए चुनौती से कम नहीं हैं।