तेज झोंकों से जमीन पर बिछ गई धान की फसल
बुधवार रात से बारिश के साथ आई तेज हवा ने धान की फसल को जबरदस्त नुकसान पहुंचाया है। तेज आंधी ये किसानों का 50 से 60 फीसद तक नुकसान।
लखीमपुर : बुधवार की रात से बारिश के साथ आई तेज हवा ने धान की फसल को जबरदस्त नुकसान पहुंचाया है। खेतों में लगभग तैयार खड़ी धान की फसल हवा के तेज झोंकों से जमीन पर बिछ गई। फसल के जमीन पर गिरने से धान की पैदावार में भारी गिरावट आएगी। फूलबेहड़, मितौली, निघासन, पलिया सहित विभिन्न स्थानों पर फसलों के नुकसान की खबर है। कुछ किसानों का 50 से 60 फीसदी तक नुकसान होने की उम्मीद है।
फरधान : बुधवार की बीती रात तेज हवा चलने व बरसात होने से धान की फसल खेतों में गिर गई और पानी भर गया। जिससे किसानों की तैयार फसल बरबाद हो गई है। कहीं कहीं गन्ने की फसल भी खेतों में गिर गई है, परंतु धान की अपेक्षा गन्ने की फसल को कम नुकसान पहुंचा है। किसान अपनी बरबाद हुई फसल को देखकर मायूस है उसके चेहरे पर चिता की लकीरें साफ नजर आ रही हैं। धान की फसल में किसानों की लागत वापस आना मुश्किल है।
सिकंद्राबाद : रात हुई तेज बारिश व हवाओं से धान, गन्ने की फसल गिर गई। खेतों में जरूरत से अधिक पानी भर गया। विकास क्षेत्र मितौली के अमेठी गांव निवासी मुन्ना खां की चार एकड़ धान की फसल चौपट हो गई। किसान ने बताया कि धान की फसल गिरने से काफी नुकसान हुआ है।धान के साथ गन्ने की फसल भी गिर गई।.
बरवर : बारिश के दौरान गन्ने की फसल में लाल सड़न कैंसर रोग लगने से किसानों के लिए दिक्कतें बढ़ गई हैं। बीमारी से ग्रसित गन्ने की पत्तियां सूखने के साथ फफूंद भी होने लगती है जिससे गन्ना सूख जाता है। गन्ना बुवाई करते समय रोग प्रतिरोधक प्रजातियों का ही प्रयोग करते हैं लेकिन उसके बाद भी यह गन्ना में रूप दिखाई पड़ रहा है।
जंगबहादुरगंज : बारिश के चलते पॉवर हाउस पर 15 घंटे से अधिक समय तक बिजली सप्लाई ठप रही। शाहजहांपुर से आने वाली हाईटेंशन बिजली लाइन के अक्सर ब्रेकडाउन हो जाने से उपभोक्ताओं को खासी दिक्कतें झेलनी पड़ रही है।
कस्ता : बरसात एवं हवाओं के चलने के कारण किसानों की धान व गन्ने की फसल को काफी क्षति हुई है। किसानों की धान की 60 प्रतिशत फसल तेज हवाओं के कारण जमीन में गिर गई है। खेतों में जलभराव के कारण धान की फसल को पूर्णतया नष्ट होने की संभावना है। गन्ने की फसल भी जलभराव के कारण जमीन में गिर गई है।
मितौली : बारिश से कस्बे में अधिकांश मोहल्लों की गलियों में जलभराव, चोक व टूटी नालिया बंद होने कारण पानी सड़को के ऊपर जलभराव। कस्बे में अस्पताल रोड, कस्तूरबा रोड, चुरई पुरवा मार्ग, नूरी जामा मस्जिद मार्ग, इस्लामनगर मोहल्ले, इलाहाबाद बैंक के पीछे, कचियानीपुरवा तथा मौसमपुर, धनीपुर, भीखनापुर, कस्ता कालोनी रौतापुर के स्वामीदयालपुर आदि गांवों में रोड पर जलभराव जिससे लोगो को निकलने में दिक्कत हो रही।
मैलानी: बीती रात्रि शुरू हुई मूसलाधार बारिश से धान की फसल को नुकसान पंहुचा है। बारिश की और अधिक संभावना को देखते हुए धान की कटाई में देरी का अनुमान है। इसके अलावा तेज हवायें चलने से गन्ने की फसल गिरने से नुकसान हुआ है।
भीरा : गुरुवार को क्षेत्र में जमकर हुई वर्षा से खेतों में पकी खड़ी धान की फसल में पानी भरने से किसानों के चेहरों पर चिता की लकीरें आ गई। बारिश से खेतों में पानी भरने से धान की कटाई रुक गई है। ऐसे में किसानों को चिता है कि यदि पानी बरसना बंद न हुआ तो उनकी खून पसीने से तैयार धान की फसल खेतों में ही नष्ट हो जाएगी।
जिम्मेदार की सुनिए
जिला कृषि अधिकारी सत्येंद्र प्रताप सिंह का मानना है कि जिन किसानों की धान की फसल गिरी है उनका 25 से 30 फीसद तक उत्पादन कम होगा। खेत में पानी होने से नीचे की फसल सड़ जाएगी। चूहे व अन्य जानवर भी नुकसान पहुंचाएंगे। गन्ना और दलहनी फसलों को भी नुकसान है। तेज हवा से जहां फसल गिरी नही है। वहां इस बारिश से फायदा है।