कोरोना के साथ बढ़ी जिले में ऑक्सीजन की मांग
दूसरे या तीसरे दिन लिए जाते हैं 10 से 12 ऑक्सीजन सिलिडर। जिले के 118 निजी अस्पतालों के अलावा जिला अस्पताल 14 सामुदायिक 59 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर भी ऑक्सीजन की मांग तेजी से बढ़ी है।
लखीमपुर : जिले में महामारी कोरोना के कारण ऑक्सीजन की मांग भी तेजी से बढ़ी है। जिले के लगभग 118 निजी अस्पतालों के अलावा इकलौते सरकारी जिला अस्पताल, 14 सामुदायिक, 59 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर भी ऑक्सीजन की मांग तेजी से बढ़ी है। जिले के ऑक्सीजन विक्रेताओं का कहना है कि वह 10 या 12 निजी अस्पतालों को कुछ सिलिडर की आपूर्ति करते हैं। जिले में मांग बढ़ने से अब उनके यहां से 40 सिलिडर की डिमांड बढ़ी है। निजी अस्पताल दूसरे या तीसरे दिन 10 से 12 सिलिडर लेते हैं। पहले यह सिलिडर चार से पांच जाया करते थे।
जिले के निजी अस्पतालों नर्सिंग होम की बात करें तो किसी भी निजी अस्पताल में कोरोना के मरीजों की भर्ती नहीं किया जा रही है। फिलहाल सांस के रोगियों के कारण जो सिलिडर की मांग है,वह तीन से चार सिलिडर अधिक जा रहे हैं। इसके अलावा सरकारी अस्पतालों में जो ऑक्सीजन के सिलिडर की आपूर्ति हो रही है वह बाराबंकी से जिले में आती है। सीएमओ डॉ मनोज अग्रवाल स्वयं इस बात को स्वीकारते हैं कि जिले में कोई भी रिफिलिग प्लांट न होने के कारण ऑक्सीजन सिलिडर की रिफिलिग बाराबंकी से अधिकृत एजेंसी से आपूर्ति कराई जाती है। कोविड-19 दौरान सिर्फ 50 सिलिडर अधिक आए हैं। वह भी प्रत्येक माह नहीं, शुरुआती दौर मार्च और अप्रैल में यह सिलिडर 60 की जगह 80,आए थे इसके बाद फिर एक महीना बीच में रोक कर फिर अगले माह सिलिडर की संख्या बढ़ी रही। आवश्यकता के अनुसार 70 से 80 के बीच सिलिडर बढ़ाए जा रहे हैं। विकासखंड कहां के जगह क्षण में बनाए गए कोविड-19 एल--वन हॉस्पिटल में हर रोज 20 सिलिडर पर्याप्त मात्रा में भेजे जा रहे हैं वहां 50 बेड की क्षमता है आवश्यकता के मुताबिक मरीजों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराई जाती है।