अस्पताल में उमड़ रही महिला मरीजों की भीड़, कम पड़ रहे बेड
। जिस तरीके से महिला मरीजों की भीड़ बढ़ रही है ऐसी स्थिति में कम से कम दो महिला वार्ड होने चाहिए। यहां महिला वार्ड के पास में ही एक और कक्ष भी है, लेकिन उसे स्टोर रूम बना दिया गया है। ---------------------------------------- जिम्मेदार की सुनिए बड़ी संख्या में महिला मरीज इस समय अस्पताल आ रही हैं, जिनकी सुविधा का ख्याल रखा जाता है। जरूरत पड़ने पर अस्पताल के निचले तल में स्थित वार्ड में महिला मरीजों को शिफ्ट किया जा रहा है। डॉ. एसके चौधरी, अधीक्षक, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र
लखीमपुर : इन दिनों सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में महिला मरीजों की भीड़ उमड़ रही है। रोजाना सात से दस महिला मरीजों को ऑपरेशन व अन्य दिक्कतों की वजह से भर्ती करना पड़ता है। स्थिति ये है कि महिला वार्ड में अतिरिक्त बेड डालने के बाद भी समस्या हल नहीं हो पा रही है। अस्पताल के पास कई वार्ड हैं, लेकिन उनका प्रयोग नहीं किया जा पा रहा। जिससे महिला मरीजों व तीमारदारों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
इन दिनों अस्पताल में गर्भवती महिलाओं की संख्या काफी ज्यादा है। यहां पर महिला चिकित्सक डॉ. शिल्पी की तैनाती है। डॉ. शिल्पी ने बताया कि रोजाना सात से दस महिला मरीजों को उपचार के लिए भर्ती करना पड़ता है, इनमें ऐसी गर्भवती महिलाएं भी होती हैं जिनकी डिलीवरी करनी होती है। इस समय बड़ी तादात में महिला मरीज यहां पहुंच रही हैं। उनके लिए मेरे स्तर से जो भी संभव है वह किया जा रहा है। हर महीने अस्पताल में औसतन छह सिजेरियन के केस भी हो रहे हैं। उधर अस्पताल में महिला वार्ड बेहद छोटा है, जिसमें आठ बेड ही आ सकते हैं। स्थिति ये है कि महिला मरीजों को भर्ती किए जाने की वजह से बेड कम पड़ गए। जिसके बाद यहां दो अतिरिक्त बेड डाले गए। इससे भी समस्या हल नहीं हो पा रही। वहीं अस्पताल के जिम्मेदारों की तरफ से अब तक इस मामले में कोई संज्ञान नहीं लिया गया है।
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जिम्मेदार की सुनिए
बड़ी संख्या में महिला मरीज इस समय अस्पताल आ रही हैं, जिनकी सुविधा का ख्याल रखा जाता है। जरूरत पड़ने पर अस्पताल के निचले तल में स्थित वार्ड में महिला मरीजों को शिफ्ट किया जा रहा है।
डॉ. एसके चौधरी, अधीक्षक, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र