India Nepal Tension: नोमेंस लैंड पर खेती करने लगे नेपाली नागरिक, एक माह पहले हुआ था विवाद
India Nepal Tension पिलर के समानांतर खेती होने से एसएसबी दुधवा की स्पेशल टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स समेत सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं।
लखीमपुर, (श्वेतांक शंकर उपाध्याय)। भारत से चल रहे मतभेदों के बीच नेपाली नागरिक अब नोमेंस लैंड के नजदीक जमीन पर कब्जा! करने की नीयत से खेती करने लगे हैैं। दुधवा नेशनल पार्क के बॉर्डर पर स्थित पिलर संख्या 752/6 इसका ताजा उदाहरण है। पिलर के समानांतर खेती होने से एसएसबी, दुधवा की स्पेशल टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स समेत सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। गौरतलब है कि जून में इसी एरिया में नेपाली नागरिकों द्वारा कोरोना पीडि़त का शव दफनाने को लेकर भारतीय अधिकारियों से विवाद हुआ था।
जून में ही मिर्चिया में पिलर संख्या 766/6, 766/7 व 766/8 विवाद का कारण बन चुके हैं। एसएसबी के अनुरोध पर डीएम शैलेंद्र ङ्क्षसह ने नेपाल सीमा से सटे कंचनपुर व कैलाली के मुख्य विकास अधिकारी को पत्र लिखकर अतिक्रमण हटाने का मुद्दा उठाया था, जिसके बाद दोनों देशों के अधिकारियों के बीच मतभेदों को सुलझाने के लिए गौरीफंटा में संयुक्त बैठक हुई थी, इसमें शांति-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सर्वेक्षण विभाग द्वारा सीमांकन कराने पर सहमति बनी थी। दोनों देशों के बीच यह प्रक्रिया शुरू हो पाती, इससे पहले नए पिलर के नोमेंस लैंड के करीब नेपाली नागरिकों द्वारा खेती किए जाने का मामला सामने आने के बाद दुधवा पार्क के अधिकारी सक्रिय हो गए हैं। पिलर के पास दुधवा प्रशासन ने अपना बोर्ड लगा दिया है। यहां एसएसबी जवानों ने गश्त भी बढ़ा दी गई है। वहीं सीमा पर तैनात नेपाली पुलिस के अधिकारियों से लगातार संपर्क स्थापित किया जा रहा है।
'नेपाली नागरिकों ने सीमा स्तंभ के बिल्कुल पास खेती शुरू कर दी है, जबकि नोमेंस लैंड पर किसी देश को खेती नहीं करनी चाहिए। फिलहाल हम लोगों ने बॉर्डर पर बोर्ड लगा दिया है। यहीं पर कोरोना मरीज का शव दफनाने को लेकर विवाद हुआ था। नेपाल की पुलिस से भी संपर्क किया गया है। ' - मनोज सोनकर (उपनिदेशक, दुधवा)