घटना वाली रात मालगोदाम के पास दिखे थे देवेंद्र बाबू
इनोवा के पास खड़े थे देवेंद्र बाबू गाड़ी में थे दो व्यक्ति। डयूटी से वापस आ रहे रेलकर्मियों ने देखा था कि देवेंद्र बाबू इनोवा के पास खड़े थे।
लखीमपुर : देवेंद्र बाबू अपहरण और हत्याकांड में प्रयुक्त इनोवा गाड़ी को घटना वाली रात नौ बजकर आठ मिनट पर रेलवे मालगोदाम के पास खड़ी देखा गया था। डयूटी से वापस आ रहे रेलकर्मियों ने देखा था कि इनोवा गाड़ी में दो युवक बैठे थे और देवेंद्र बाबू गाड़ी के पास खड़े थे। देवेंद्र बाबू की नजरें किसी को तलाश कर रही लग रही थीं। एक रेलवे कर्मचारी ने सोमवार को पुलिस टीम को यह जानकारी उपलब्ध कराई थी। इसके अलावा नगर पंचायत के दो सदस्यों ने रेलवे मालगोदाम चौराहे के पास मुख्य आरोपित धीरू को रात्रि में देखकर उससे वहां खड़े होने के बारे में पूछा थ। तब उसने एक साथी द्वारा बाइक ले जाने की बात कही थी। बार-बार बयान बदलने से धीरू पर गहराया पुलिस का शक क्राइम ब्रांच की पूछताछ में मुख्य आरोपित धीरू बार-बार अपने बयान बदल रहा था। इसके चलते पुलिस का उस पर शक गहराता चला गया। सबसे पहले तो धीरू ने देवेंद्र बाबू को घर जाते समय छोड़े जाने के स्थान के बारे में अलग-अलग जानकारी दी। देवेंद्र बाबू के लापता होने के बाद धीरू के चेहरे पर कोई शिकन नहीं होना भी पुलिस की नजर में चढ़ चुका था। पूछताछ के कई घंटों बाद धीरू ने नई बात बताई कि देवेंद्र बाबू मस्जिद के पीछे एक परिवार के घर मिलने गए थे। पुलिस ने उस परिवार को बुलाकर पूछताछ की और उनके जवाब से संतुष्ट हो गई लेकिन, धीरू पर शक और गहरा गया। सोमवार देर रात जब पुलिस ने धीरेंद्र उर्फ धीरू से कड़ाई से पूछताछ की तो उसने सब कुछ उगल दिया। इसके बाद पुलिस ने इनोवा गाड़ी, बाइक आदि तो बरामद कर ली, पर देवेंद्र बाबू को मोबाइल अभी तक बरामद नहीं हुआ है। उधर देवेंद्र बाबू के शव को खोजने के लिए पीएसी की फ्लड यूनिट, स्थानीय गोताखोर शारदा ब्रांच नहर में तलाशी अभियान चला रहे हैं, लेकिन समाचार लिखे जाने तक शव की बरामदगी नहीं हो पाई है।