कार चोर गिरोह का मेरठ कनेक्शन तलाश रही पुलिस
राघवेंद्र ¨सह उर्फ पापू, श्रवण कुमार मेहरोत्रा व मोनू ¨सह उर्फ मानवेंद्र ¨सह के अलावा अन्य 11 लोग नामजद आरोपित बनाए गए थे। इस मामले में डेढ़ माह बीत जाने के बाद भी पुलिस ने आगे किसी अन्य आरोपित की गिरफ्तारी नहीं की है, जिससे हाई प्रोफाइल इस मामले में पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं। हालांकि पुलिस इस मामले की विवेचना तेजी से कर रही है। सूत्रों के मुताबिक पुलिस कार चोरी गिरोह के मेरठ कनेक्शन को तलाशने पर खसतौर से काम कर रही है। इसका कारण ये है कि चोरी की जो 14 कारें बरामद हुई थीं, उसमें ज्यादातर मेरठ से चुराई गई थीं। मामले के विवेचक इंस्पेक्टर विपिन कुमार ¨सह का कहना है कि पुलिस अपना काम कर रही है। मामले से जुड़े साक्ष्य संकलित किए जा रहे हैं। जैसे-जैसे चीजें सामने आएंगी, उसी अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
लखीमपुर: बीते साल के आखिरी दिन यानि 31 दिसंबर 2018 को जिले में कार चोरों के जिस शातिर गिरोह का भंडाफोड़ हुआ था, पुलिस उस गिरोह का मेरठ कनेक्शन तलाश रही है।
क्राइम ब्रांच व थाना खीरी की पुलिस टीम ने बीती 31 दिसंबर को कार चोरों के बड़े गिरोह का राजफाश करते हुए आठ आरोपितों को जेल भेजा था। साथ ही चोरी की 14 लग्जरी गाड़ियां भी बरामद की थीं। इस मामले में जो एफआइआर पुलिस ने खीरी थाने में दर्ज की थी, उसमें जेल भेजे गए आलोक श्रीवास्तव, इशरत अली उर्फ पप्पू, सहबाज उर्फ शीबू खान, दिनेश शर्मा, सौरभ मेहरोत्रा उर्फ छोटू, राघवेंद्र ¨सह उर्फ पापू, श्रवण कुमार मेहरोत्रा व मोनू ¨सह उर्फ मानवेंद्र ¨सह के अलावा अन्य 11 लोग नामजद आरोपित बनाए गए थे। इस मामले में डेढ़ माह बीत जाने के बाद भी पुलिस ने आगे किसी अन्य आरोपित की गिरफ्तारी नहीं की है, जिससे हाई प्रोफाइल इस मामले में पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक पुलिस कार चोरी गिरोह के मेरठ कनेक्शन को तलाशने पर खासतौर से काम कर रही है। इसका कारण ये है कि चोरी की जो 14 कारें बरामद हुई थीं, उसमें ज्यादातर मेरठ से चुराई गई थीं। मामले के विवेचक इंस्पेक्टर विपिन कुमार ¨सह का कहना है कि पुलिस अपना काम कर रही है।