बसंतापुर गोशाला में पाले जा रहे कड़कनाथ मुर्गे
विकास खंड धौरहरा के ग्राम पंचायत बसंतापुर स्थित गोशाला में कड़कनाथ मुर्गो का पालन किया जा रहा।
लखीमपुर : विकास खंड धौरहरा के ग्राम पंचायत बसंतापुर स्थित गोशाला में कड़कनाथ मुर्गो का पालन किया जा रहा है। इसके लिए एक शेड बनाया गया है। खंड विकास अधिकारी अरुण कुमार सिंह ने 25 मुर्गियां और पांच मुर्गा से इसकी शुरुआत कराई है।
यहां इन पक्षियों की देखरेख पशु चिकित्सक डॉ. मुकेश गुप्ता के जिम्मे है। कड़कनाथ प्रजाति के मुर्ग में औषधीय गुण होने के कारण बाजार में इसकी बहुत मांग है। बाहर के व्यापारी आकर मुर्गा व अंडा क्रय कर लेते हैं। मुर्गा बिक्री की दर एक हजार से लेकर 1200 रुपये प्रति किलोग्राम है और प्रति अंडा बिक्री दर 40 से 50 रुपये है। बसंतापुर मुर्गी पालन केंद्र में इस समय 100 अंडे उपलब्ध हैं। कुछ ही दिनों में इनसे चूजे निकल आएंगे। जिनका पालन करके बड़े होने के उपरांत इनकी बिक्री की जाएगी। खंड विकास अधिकारी ने बताया कि अंडे से चू्जे तैयार करने के लिए मशीन मंगाई गई है। कड़कनाथ मुर्गा पालन के लिए रोजगार भी उपलब्ध कराया जा रहा है। सीडीओ ने निर्देश दिए हैं कि इसे स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को जोड़ा जाए। जिससे उनकी आर्थिक स्थिति सुधर सके।
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मशरूम उत्पादन
बसंतापुर गोआश्रय स्थल में ओअस्टर मशरूम उत्पादन का कार्य भी जुलाई से शुरू किया गया है। बटन मशरूम की उत्पादकता का कार्य सितंबर अक्टूबर में शुरू किया जाएगा। इसके लिए दो बीघा क्षेत्रफल में नैपियर घास लगवाई गई है। बीच-बीच में औषधीय वृक्ष सहजन के 500 पौध लगाए गए हैं। एक बीघा क्षेत्रफल में सहजन वाटिका तैयार हो गई है। यहां पर निर्मित तालाब में मत्स्य पालन का कार्य जनवरी में शुरू कराया गया था इस समय 300 से 400 ग्राम वजन की मछलियां तैयार हो चुकी हैं। तालाब में चार से पांच बतख भी पल रही हैं। पौष्टिक चारे के लिए गोशाला में पिछले छह माह से अगोला का उत्पादन किया जा रहा है। बुधवार को निरीक्षण के लिए पहुंचे मुख्य विकास अधिकारी ने दस किसानों को जीवामृत घनजीवामृत बीजामृत व डीकंपोजल का निश्शुल्क वितरण कराया गया।