प्लानिग से बड़े-बड़े संकट का हो जाएगा निवारण
150 प्रशिक्षु आइएएस को गुरुवार को सीडीओ खीरी अरविद सिंह ने प्रशिक्षण दिया।
लखीमपुर: 150 प्रशिक्षु आइएएस को गुरुवार को सीडीओ खीरी अरविद सिंह ने प्रशिक्षण दिया। करीब एक घंटे तक इस वर्चुअल क्लास में सीडीओ ने बताया कि संकट के समय किस तरह प्लानिग कर आप बड़े से बड़े संकट का सामना कर सकते हैं। एक लीडर के रूप में अपना रोल निभाएं। जिससे तुरंत लोगों को राहत मिले। टीम को मोटीवेट करके और बेहतर काम करा सकते हैं।
आइएएस अकादमी मसूरी के डिप्टी डायरेक्टर ने देश के 150 प्रशिक्षु आइएएस को ट्रेनिग के लिए देश के चार आइएएस को आमंत्रित किया। इसमें उत्तर प्रदेश से खीरी जिले के सीडीओ अरविद सिंह रहे। सीडीओ ने इस दौरान बताया कि जब वह सीडीओ, सीईओ बनेंगे तो किस तरह से सभी विभागों का नेतृत्व कर सकते हैं। बताया कि पिछले साल जब कोरोना आया और पूरे देश में लॉकडाउन हुआ तो उन्होंने मनरेगा से खीरी में काम शुरू कराया। इससे प्रवासी मजदूरों को काम मिला। ऑपरेशन चतुर्भुज के बारे में बताया कि इससे चकबंदी के बाद गांवों में जो चकमार्ग थे उन पर मिट्टी काम कराया गया। इससे मजदूरों को रोजगार मिला वहीं खेतमेड़ के झगड़े निपटे। इसके अलावा स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं से पीपीई किट तैयार कराई। खीरी के धौरहरा में समूहों की महिलाओं को केले के रेसे निकालने के लिए प्रशिक्षित किया। गुजरात से मशीन आई अब रेसा तैयार हो गया। इससे महिलाओं को घर बैठे काम मिला। इसके अलावा जिले में कराए गए ऑपरेशन कायाकल्प के तहत कैसे पंचायत राज, विकास विभाग, बेसिक शिक्षा, बिजली और जलनिगम से समन्वय कराकर काम कराया। इससे खीरी जिला यूपी में दूसरे नम्बर पर रहा। उन्होंने कहा कि अपने अन्दर नेतृत्व की क्षमता विकसित करें। अर्न्तविभागीय समन्वय कराकर बड़े काम करा सकते हैं। करीब एक घंटे की क्लास के बाद प्रशिक्षुओ ने सवाल भी पूछे। प्रदेश के बीईओ को भी करेंगे संबोधित करेंगे
बेसिक के महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने मिशन कायाकल्प के तहत प्रदेश के सभी खंड शिक्षा अधिकारियों का प्रशिक्षण आयोजित किया है। इसमें प्रदेश के सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को बताया जाएगा कि किस तरह से स्कूलों में काम कराए जाएंगे। प्रशिक्षण के लिए खीरी जिले के सीडीओ अरविद सिंह और हरदोई के सीडीओ को आमंत्रित किया गया है। सीडीओ ऑपरेशन कायाकल्प के तहत प्रधानों की सक्रिय सहभागिता को लेकर उठाए जाने वाले कदमों के बारे में बताएंगे। यह प्रशिक्षण पांच जून को शाम तीन बजे से वर्चुअल रूप से होगा।