नहीं कटेगी पति-पत्नी में किसी की ड्यूटी, 9026 के प्रशिक्षण का निर्देश जारी
मतदान अधिकारी द्वितीय के रूप में लगाई जाएंगी महिला कर्मचारी।
संवादसूत्र, लखीमपुर : विधानसभा चुनाव में मतदान अधिकारी प्रथम, द्वितीय व तृतीय की ड्यूटी सूची पूरी हो गई है। यह बात भी साफ हो गई है कि सरकारी सेवा वाले पति पत्नी में किसी की ड्यूटी नहीं काटी जाएगी। राहत उसी को मिल सकती है, जिसका बच्चा छोटा हो या वह गंभीर बीमारी से जूझ रही हो। महिला कर्मियों की ड्यूटी मतदान अधिकारी द्वितीय में ही लगाने का प्रयास किया जा रहा है। ताकि उन पर शारीरिक बोझ ज्यादा न पड़े।
शुक्रवार को 9026 से अधिक कर्मचारियों को प्रशिक्षण के लिए निर्देश जारी कर दिया गया। इनमें पीठासीन व मतदान अधिकारी प्रथम शामिल हैं, जो 27 से 31 जनवरी से शहर के धर्मसभा इंटर कालेज में प्रशिक्षण लेंगे। कोविड गाइडलाइन के अनुसार प्रशिक्षण में शामिल होने के लिए सभी कर्मचारियों को मास्क लगाकर आना अनिवार्य किया गया है। इंटर कालेज के गेट पर ही कर्मचारियों का तापमान नापा जाएगा। जो कर्मचारी बीमार होंगे, उनका प्रशिक्षण आखिरी दिन कराया जाएगा।
जिले की आठ विधानसभाओं में मतदान के लिए कुल 3172 पोलिग बूथ बनाए गए हैं। पोलिग के लिए 12686 कर्मचारियों की जरूरत है, इनमें 30 फीसद रिजर्व में मिलाकर 13640 कर्मचारियों की ड्यूटी लगी है। शुक्रवार से पीठासीन अधिकारी व मतदान अधिकारी प्रथम के प्रशिक्षण के लिए ड्यूटी सूची विभागवार भेज दी गई है। अधिकारियों का कहना है कि विधानसभा चुनाव के लिए कुल 27000 कर्मचारियों की फीडिग की गई है, इनमें करीब आठ हजार संविदा कर्मी भी शामिल हैं। जिन कर्मचारियों की डाटा फीडिग की गई है, उनमें स्वास्थ्य विभाग, बैंक बिजली, फारेस्ट और ट्रेजरी के कर्मचारी भी शामिल हैं। मौजूदा दौर में कोरोना पैर पसारता जा रहा है। स्वास्थ्य सेवाओं को देखते हुए स्वास्थ्य कर्मचारियों की ड्यूटी काटी जा सकती है। इसी तरह आवश्यक सेवा वाले बिजली, वन विभाग के फील्ड कर्मचारियों व चुनावी कार्य में लगने वाले ट्रेजरी कर्मचारियों को ड्यूटी से मुक्त किया जा सकता है, लेकिन कार्यालय स्टाप को पोलिग पार्टी में शामिल किया जाएगा। शिक्षामित्रों को मतदान अधिकारी द्वितीय तथा अनुदेशकों को मतदान अधिकारी तृतीय के रूप में लगाया जा सकता है। डीडीओ अरविद कुमार ने बताया कि जिले में करीब दो हजार से अधिक कर्मचारी ऐसे हैं, जो पति-पत्नी दोनों सरकारी सेवा में हैं। अगर इनमें एक की ड्यूटी काटी गई तो अभाव हो जाएगा। इसलिए उन्हें ही राहत दी जाएगी, जिनका बच्चा गोद में है या वह गंभीर बीमारी से जूझ रहा हो। महिला कर्मियों को मतदान अधिकारी द्वितीय के पद पर ड्यूटी लगाने का प्रयास किया जा रहा है।