बहदुल्ला के रिहा होने उम्मीद से परिवारीजनों में खुशी
जंगबहादुरगंज/पसगवां (लखीमपुर) : सजायाफ्ता कैदी बहदुल्ला की रिहाई होने की उम्मीद की जानकार
जंगबहादुरगंज/पसगवां (लखीमपुर) : सजायाफ्ता कैदी बहदुल्ला की रिहाई होने की उम्मीद की जानकारी मिलने पर मोहर्रम के मातम के बाद परिवार में खुशियां छा गईं। पसगवां कोतवाली क्षेत्र के ग्राम रसूलपुर तफज्जुल हुसैन निवासी बहदुल्ला व सफायतुल्ला अपहरण के मामले में बीते कई सालों से जेल में बंद है। दोनों भाईयों के जेल जाने के बाद परिवार बिखर गया था। जेल में बंद होने के बाद दोनों भाई दो बार जमानत पर बाहर भी आए। केंद्र सरकार के आदेश पर खीरी जिला कारागार से रिहा होने वाले पांच कैदियों में बहदुल्ला का नाम होने की खबर सुनकर उनके परिवारीजनों में खुशी की लहर दौड़ गई। बहदुल्ला की भाभी बताती हैं कि दैनिक जागरण अखबार के माध्यम से उनको अपने देवर की रिहाई की उम्मीद होने की जानकारी मिली। बहदुल्ला की पत्नी मीना बेगम पति के जेल जाने के बाद मोहम्मदी कोतवाली स्थित दिलावरपुर गांव में मायके में रहने लगी थीं। कुछ समय तक दिलावरपुर में रहने के बाद बच्चों की परवरिश के खातिर मजदूरी करने कश्मीर चली गईं। जहां पर वह ईंट पथाई का काम करके परिवार का भरण पोषण कर रही हैं। बहदुल्ला की चार बेटी व एक बेटा है। बेटी की शादी वाले दिन ही पुलिस उसे गिरफ्तार कर ले गई थी। जिस वजह से वह अपनी बेटी हिमन्ना को विदा भी न कर सका था। बहदुल्ला की रिहाई की आस की खबर मिलते ही उसके परिवारीजनों में नई किरण जागी है। वहीं बहदुल्ला की रिहाई की खबर से उसके भतीजे नसीम को जेल बंद अपने पिता सफायतुल्ला के भी बाहर आने की उम्मीद बंध गई। निकाह में पिता का आशीर्वाद न मिलने से मायूस हिमन्ना को उनका दुलार मिलने वाला है, यह सूचना मिलने के बाद वह बहुत ज्यादा खुश नजर आई। बहदुल्ला के परिवारीजनों ने मोदी सरकार सहित सुखद समाचार के लिए दैनिक जागरण को धन्यवाद दिया।