स्वास्थ्य विभाग तैयार..अब कोरोना वैक्सीन का इंतजार
वैक्सीन का निर्माण पूरा होने से पहले जिले में पूरी कर ली गईं टीकाकरण की तैयारियां। जिले में कुल 15 कोल्ड चेन को किया जा रहा तैयार। फ्रंटलाइन वर्कर और हाई रिस्क वाले लोगों की तैयार हो रही सूची।
लखीमपुर : शारीरिक दूरी बनाकर.मुंह पर मास्क लगाकर जो सावधानी बरती गई उसका पूरा फल जल्दी ही मिलने वाला है। अब इस बात के लिए सेहत महकमा बिल्कुल मुस्तैद हो चुका है कि वैक्सीन के लिए इंतजार ज्यादा लंबा नहीं बचा। शासन से ऐसे संकेत मिल चुके हैं जिनसे सात महीने से चला आ रहा इंतजार खत्म होने को है। खीरी जिले के सभी प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भी कोरोना की वैक्सीन को सलीके से संभाल कर रखने की आदत डालने के निर्देश आ चुके हैं। कोरोना वैक्सीन को आम आदमी तक पहुंचाने को आतुर सेहत महकमा कह रहा है कि जैसे ही सरकार से आदेश मिला तुरंत ही टीकाकरण शुरू हो जाएगा।
विभागीय अधिकारियों के अनुसार, वैक्सीन और गाइडलाइन आते ही बिना देरी के टीकाकरण शुरू कर देंगे। हाईरिस्क, जिसमें बुजुर्ग, गंभीर रूप से बीमार, बच्चों और प्रथम पंक्ति में काम करने वाले लोगों का टीकाकरण करने के बाद आम जनमानस तक इसे पहुंचाया जाएगा। लेकिन सबसे पहले यह टीका स्वास्थ्य कर्मियों को पहले लगेगा वे चाहे एलोपैथ, होम्योपैथ, आयुर्वेद, यूनानी या किसी भी पद्धति के हों। निगरानी टीमें करने में जुटीं पड़ताल
स्वास्थ्य विभाग ने अपनी तैयारियां कर ली हैं। जिन्हें ज्यादा खतरा है, उन्हें चिन्हित कराया जा रहा है। कोरोना योद्धा के रूप में काम करने वाले विभाग जैसे स्वास्थ्य, पुलिस, राजस्व, ग्राम विकास या अन्य कर्मी का पहले टीकाकरण का डाटा जुटा रहे रहे हैं। सभी विभागों से सूची तैयार कराई जा रही है। निगरानी समिति में गांव, मुहल्ला की आशा बहू समेत प्रधान या वार्ड सदस्य समेत क्षेत्र की ज्यादा जानकारी रखने वाले लोग होते हैं। उन्हें अलर्ट कर दिया गया है। उनसे ही सूची तैयार कराई जाएगी।
स्कूल कालेजों में भी फैलाई जाएगी जागरूकता
वैक्सीन को हरी झंडी मिलते ही जागरूकता की बैठकें आयोजित की जाएंगी। स्कूल कालेज ही नहीं गांवों के परिषदीय विद्यालयों में भी विद्यालय प्रबंध समितियों के सदस्यों और अभिभावकों की बैठक बुलाई जाएगी। जिसमें उन्हें बताया जाएगा कि बुजुर्गों और बच्चों जिन्हें ज्यादा खतरा है। उन्हें पहले टीकाकरण कराएं। उनके माध्यम से समाज तक बात पहुंचाई जाएगी ताकि लोग खुद आगे आएं। निजी दुकानों नहीं मिलेगी वैक्सीन
शासन से जिला प्रतिरक्षण अधिकारी से जानकारी मांगी गई है कि दवा रखने की कितनी जगह है। क्षमता बताने के साथ ही वह तापमान व्यवस्थित कर पाएंगे अथवा नहीं। इसके लिए जिला स्तर पर कोल्ड चेन सेंटर में जगह बनाने के साथ-साथ सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी जगह मिल गई है। कोरोना की दवा की कहीं कालाबाजारी न हो इसके लिए फिलहाल इसे सरकारी संरक्षण में ही रखा जाएगा। यह दवा निजी दुकानों पर नहीं मिलेगी। स्वास्थ्य विभाग के मैनपावर पर भी एक नजर
कोल्ड चैन-15
फार्मासिस्ट- 115
एएनएम- 122 (संविदा मिलाकर)
स्टॉफ नर्स- 28 (संविदा मिलाकर)
आशा बहू-3736
बच्चों की संख्या
शून्य से छह वर्ष-874000
कक्षा एक से इंटर तक पढ़ने वाले-3022 जिम्मेदार की सुनिए
अभी दवा आने में लगभग एक से डेढ़ महीना है, लेकिन दवा आने के बाद पहले इसका प्रशिक्षण दिया जाएगा क्योंकि यह इंट्रामैस्कुलर अर्थात मांस में लगाया जाने वाला इंजेक्शन होगा। स्वास्थ्य विभाग प्रशासन के साथ बैठक करके योजना बनाएगा। कुल आबादी में से 20 प्रतिशत लोग चयनित किए जाएंगे। जिसमें 50 वर्ष से अधिक के लोग होंगे। प्रशिक्षण पाए हुए स्वास्थ्य कर्मी जिला अस्पताल समेत सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर टीकाकरण करेंगे।
डॉ.बलबीर सिंह,जिला प्रतिरक्षण अधिकारी