जिला पंचायत पर 44 निर्दल सदस्यों का कब्जा
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में सबसे ज्यादा सुर्खियों में रहने वाली जिला पंचायत सदस्य की सीट
लखीमपुर: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में सबसे ज्यादा सुर्खियों में रहने वाली जिला पंचायत सदस्य की सीट पर जनादेश खोला गया तो भाजपा के पांवों तले जमीन ही खिसक गई। ये कोई पहली बार नहीं जब जिला पंचायत सदस्य की सीटों पर निर्दलों ने जीत हासिल की हो। इस बार भी यही हुआ है, जनादेश आने के बाद 72 के बाद 44 प्रत्याशी निर्दलीय चुने गए। जिनमें भाजपा के महज छह उम्मीदवार ही चुनाव जीत सके। जबकि सपा के 13 और बसपा के आठ प्रत्याशियों ने इस चुनाव में जीत हासिल की। वहीं कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष सूरज सिंह लगातार दूसरी बार जिला पंचायत सदस्य बने। चुनाव परिणाम ने एक बार फिर से भाजपा को ये मंथन करने पर मजबूर कर दिया है कि आखिर चूक कहां पर हुई।
भाजपा ने इस चुनाव में सभी 72 वार्ड में अपने चुनिदा उम्मीदवार उम्मीदवार उतारे थे साथ ही ये हिदायत भी थी कि कोई भी माननीय या उनका अपना इस चुनाव में खड़ा नहीं होगा। मगर इसका उलट हुआ माननीय के अपने भी चुनाव लड़े, पार्टी से बगावत कर के भी लोग मैदान में उतरे लेकिन जीत हासिल नहीं कर पाए। पार्टी का आंकड़ा दहाई को भी नहीं छू पाया। उधर सपा-बसपा ने थोड़ी राहत महसूस की है कि उसे कम से कम भाजपा से ज्यादा सीटें मिलीं। जिम्मेदार की सुनिए
कोविड महामारी के कारण हम अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए। जिले में हमारे सात उम्मीदवार जीते हैं कुछ बागी भी जीत गए हैं। संगठन के कार्यकर्ता महामारी के दौर में व्यापक प्रचार-प्रसार नहीं कर पाए जिसके कारण ऐसा हुआ। हम जनादेश को स्वीकार करते हुए हार के कारणों पर मंथन करेंगे और अगली बार बेहतर प्रदर्शन करेंगे। दिनेश तिवारी
जिला प्रभारी, भाजपा