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चुनाव दर चुनाव गहराती गई बाढ़ और प्रदूषण की समस्या

पूरा ब्लॉक वर्षों से शारदा नदी की बाढ़ कटान के साथ प्रदूषण की बड़ी समस्या से जूझ रहा है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 02 Mar 2021 11:23 PM (IST)Updated: Tue, 02 Mar 2021 11:23 PM (IST)
चुनाव दर चुनाव गहराती गई बाढ़ और प्रदूषण की समस्या
चुनाव दर चुनाव गहराती गई बाढ़ और प्रदूषण की समस्या

लखीमपुर: पूरा ब्लॉक वर्षों से शारदा नदी की बाढ़, कटान के साथ प्रदूषण की बड़ी समस्या से जूझ रहा है। बाढ़ के कारण न सिर्फ किसानों की फसलें बर्बाद हो जाती हैं बल्कि बीमारियां लोगों को परेशान करती हैं। स्वास्थ्य सेवाओं में पूरा इलाका पिछड़ा हुआ है।

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गांवों के नदी में डूबने से आवागमन नाव के सहारे हो जाता है। हर चुनाव में चौका नदी पर पुल बनाने का मुद्दा जोर शोर से उठता है, लेकिन बाद में समस्या को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है। पिछले साल लगभग नौ ग्राम पंचायतों में बाढ़ के चलते आवागमन ठप हो गया था। हजारों एकड़ फसल चौपट हो गई। जो मदद ग्राम पंचायतों को करनी चाहिए थी, वह लोगों तक नहीं पहुंची। मतदाताओं ने जिस उम्मीद से अपने प्रधान को जिताया था, उससे लोगों को कोई सहारा नहीं मिला। इस बार फिर पंचायत चुनाव की चर्चा गांव-गांव शुरू हो गई है। लोगों में अच्छे छवि वाले प्रत्याशियों को लेकर मंथन हो रहा है, लेकिन सबके केंद्र में वह बुनियादी सुविधाएं हैं, जो उन्हें आज तक नहीं मिली।

नकहा ब्लाक के सकेथू से नौव्वपुर, बेल्हौरा, डीहपुरवा आदि गांव जाने के लिए लोगों को नदी पार करनी पड़ती है। कुछ दिनों से नकहा क्षेत्र में एक समस्या ने जन्म ले लिया है। क्षेत्र में लगे क्रेशरों को गंदा पानी शारदा नदी के लिक चौका में जाकर गिरता है। इसके अलावा शुद्ध पानी, सड़कें, शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाओं से भी लोग वंचित हैं।

नकहा ब्लॉक 32248 शौचालय लाभार्थी हैं पूरे ब्लाक में

73 ग्राम पंचायतें व 10 न्याय पंचायतें हैं नकहा में

2645 लाभार्थी हैं ब्लॉक में प्रधानमंत्री आवास के

941 ग्राम पंचायत सदस्य के पद हैं नकहा में

246 पोलिग बूथ बनाए गए हैं पंचायत चुनाव के लिए

200392 जनसंख्या है पूरे नकहा ब्लाक की

138990 मतदाता वोट डालेंगे पंचायत चुनाव में

19 अति संवेदनशील प्लस पोलिग बूथ हैं पूरे ब्लॉक में सुनिए मतदाता की इस बार मैं पंचायत चुनाव में पहली बार वोट डालने जा रहा हूं। मुखिया को जमीनी स्तर पर विकास करना चाहिए, गांव वालों को शुद्ध पेयजल, सफाई व्यवस्था, शिक्षा व सरकार की योजनाओं को पात्र व्यक्तियों तक पहुंचाना उसकी पहली प्राथमिकता है। प्रधान को ग्रामीणों के साथ बैठकर विकास का एजेंडा बनाना चाहिए।

श्रीकांत, नौव्वापुर नकहा क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या बाढ़ और कटान है। कटान व बाढ़ से फसलें नष्ट होती हैं। इसके अलावा नदी के चलते दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में रहते हैं। आवागमन ठप हो जाता है। प्रधान या अन्य जनप्रतिनिधि इस समस्या की ओर ध्यान नहीं देते हैं। लोगों को बाढ़ व कटान की समस्या से निजात दिलाना जरूरी है।

अधिवक्ता वीरेंद्र कुमार वर्मा, सकेथू नकहा ब्लॉक की भौगोलिक स्थिति बहुत खराब है। पुल न होने की वजह से दर्जनों गांव के लोगों को परेशानी झेलनी पड़ती थी। आवागमन ठप होने से बच्चों की शिक्षा पर काफी प्रभाव पड़ता है। आवागमन की व्यवस्था के लिए जनप्रतिनिधि पहल नहीं करते। इसके कारण भी नकहा क्षेत्र काफी पिछड़ा है।

मनोज कुमार वर्मा, नौव्वापुर बेसहारा जानवर सबसे बड़ी समस्या बनते जा रहे हैं। रातभर लोगों फसल बचाने के लिए खेतों में ही रहना पड़ता है। क्षेत्र की क्रेशरों से गंदा पानी फसलों को बर्बाद कर रहा है। साथ ही बीमारियां भी फैल रही हैं। गांव के लोग प्रधान से शिकायत करते हैं, लेकिन इस समस्या से निजात नहीं मल रही।

हरिशंकर, सकेथू


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