मां की मौत के सदमे से उबर नहीं पा रहे थे गगन, पवन व प्रीति
बंद कर दिया था किसी से भी मेल-जोल घर में ही रहते थे तीनों। सुसाइड नोट में तीनों ने लिखी दुख से न उबर पाने की बात।
लखीमपुर : शहर के मुहल्ला शांतिनगर में फांसी लगाने वाले सगे भाई-बहन गगन, पवन व प्रीति अपनी मां मालती देवी की मौत के सदमे से उबर नहीं पा रहे थे। इसी कारण तीनों ने एक साथ आत्महत्या कर ली। पुलिस को घर से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें तीनों ने आत्महत्या करने का यही लिखा है।
शांतिनगर निवासी आदित्येश्वर अवस्थी के पुत्र गगन (37), पवन (35) व पुत्री प्रीति (32) ने शुक्रवार देर शाम घर में ही फांसी लगा ली थी। आदित्येश्वर रिटायर्ड कृषि विभाग कर्मी हैं। शुक्रवार को वह किसी काम से बाह गए थे। रात करीब 9:00 बजे वह घर आए तो घटना की जानकारी हुई थी। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस को घर में तीनों का लिखा सुसाइड नोट मिला, जिसमें उन्होंने लिखा था कि 'हम तीनों भाई बहन अपनी मां के मरने का गम नहीं भूल पा रहे हैं। इसलिए हम तीनों भाई-बहन आत्महत्या कर रहे हैं। इसमें किसी का कोई दोष नहीं है। हम अपनी मर्जी से आत्महत्या कर रहे हैं।' शहर कोतवाल अजय प्रकाश मिश्रा ने बताया कि सुसाइड नोट में आत्महत्या का कारण जो लिखा है, वहीं तीनों के पिता और आसपास के लोग भी बता रहे हैं। मामले में कोई आरोप किसी ने नहीं लगाए हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में तीनों की मौत का कारण हैंगिग आया है। गहरे अवसाद में थे तीनों गगन, पवन व प्रीति की मां का देहांत सितंबर 2019 में हुआ था। उसके बाद से ही तीनों गहरे अवसाद में थे। मां की मौत से पहले प्रीति एक स्कूल में पढ़ाती थी और भाई पवन लखनऊ में काम करता था। बड़ा भाई गगन दिव्यांग था। मां के देहांत के बाद पवन व प्रीति ने नौकरी भी छोड़ दी और घर में ही रहने लगे थे। आसपास के लोगों ने बताया कि मां की मौत के बाद से तीनों बाहर की दुनिया से बिल्कुल अलग-थलग रहते थे।