फर्जी प्रमाण-पत्र से पांच साल नौकरी करता रहा सेक्रेटरी
जिला पंचायत राज विभाग में भी एक फर्जी मुन्ना भाई पकड़ा गया है।
लखीमपुर : जिला पंचायत राज विभाग में भी एक फर्जी मुन्ना भाई पकड़ा गया है। कूट रचित दस्तावेजों के सहारे वह पांच साल तक रमियाबेहड़ ब्लॉक में ग्राम पंचायत विकास अधिकारी के पद पर नौकरी करता रहा। अभिलेखों की जांच के दौरान अधीनस्थ चयन सेवा आयोग ने उसका ट्रिपल सी का सर्टिफिकेट फर्जी पाया है। डिप्टी डायरेक्टर की जांच के बाद सेक्रेटरी को दूसरी नोटिस जारी की गई है। तीसरी नोटिस का जवाब न मिलने पर बर्खास्तगी की जा सकती है।
जिला पंचायत राज अधिकारी सौम्य शील सिंह ने बताया जाता है कि प्रमाण-पत्र संदिग्ध मिलने पर पहले ही ग्राम पंचायतों से हटाकर कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया था।
करीब पांच साल पहले वर्ष 2016-17 में ग्राम पंचायत व ग्राम विकास अधिकारियों की तैनाती हुई थी। इस तैनाती में खीरी जिले में करीब 58 सेक्रेटरी तैनात हुए। जिसके बाद इनके प्रमाण-पत्रों की जांच शुरू कराई गई। बताया जाता है कि पंचायत राज विभाग में तैनात एक सेक्रेटरी के प्रमाणपत्र संदिग्ध मिले। मामला सामने आने के बाद प्रमाणपत्रों का सत्यापन कराया गया। बताते हैं कि ट्रिपल सी का जो प्रमाणपत्र लगाकर नौकरी हथियाई थी वह संदिग्ध मिला है। इस पर पहले सेक्रेटरी को नोटिस जारी की गई। इसके बाद अब दुबारा नोटिस दी गई है। विभागीय सूत्र बताते हैं कि प्रमाणपत्र फर्जी संदिग्ध मिलने के बाद सेक्रेटरी को ग्राम पंचायतों से हटाकर कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है। अब दुबारा नोटिस दी गई है। माना जा रहा है कि सेक्रेटरी को बर्खास्त किया जा सकता है। उधर विकास विभाग में तैनात हुए ग्राम विकास अधिकारियों के प्रमाणपत्र पत्रों का सत्यापन कराया जा रहा है। दो ग्राम विकास अधिकारियों के ट्रिपल सी प्रमाणपत्रों को सत्यापन के लिए भेजा गया है। अभी रिपोर्ट नहीं आई है। डीपीआरओ सौम्यशील सिंह ने बताया कि सेक्रेटरी रमेश सिंह राना का ट्रिपल सी प्रमाण-पत्र संदिग्ध मिलने पर नोटिस जारी की गई है। निदेशालय को भी इस मामले से अवगत कराया जा चुका है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।