Move to Jagran APP

एक सप्ताह में निर्माण शुरू न होने पर श्रमदान कर बनाएंगे तटबंध : विधायक

शारदा नदी के किनारे पर बाढ़ से कटे बांध का विधायक व रेल अधिकारियों ने निरीक्षण किया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 17 May 2022 10:47 PM (IST)Updated: Tue, 17 May 2022 10:47 PM (IST)
एक सप्ताह में निर्माण शुरू न होने पर श्रमदान कर बनाएंगे तटबंध : विधायक
एक सप्ताह में निर्माण शुरू न होने पर श्रमदान कर बनाएंगे तटबंध : विधायक

लखीमपुर: शारदा नदी के किनारे पर बाढ़ से कटे बांध का विधायक व रेल अधिकारियों ने निरीक्षण किया। निर्माण में लापरवाही बरतने पर विधायक ने कहा कि अगर 25 मई तक निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ तो वह ग्रामीणों के साथ श्रमदान कर बांध का निर्माण कराएंगे। निरीक्षण के बाद बांध का निर्माण कब शुरू होगा इस बाबत रेलवे के अधिकारी कोई जवाब नहीं दे सके।

loksabha election banner

नवंबर 2021 में आई भीषण बाढ़ में शारदा नदी के किनारे बना बांध कट गया था। जिससे बाढ़ का पानी पलिया शहर के साथ कई नए इलाकों में भर गया था। जून में बारिश का सीजन शुरू होने वाला है और अभी तक बांध का निर्माण नहीं कराया गया है। इस बात क्षेत्रवासियों ने कई बार अधिकारियों से गुहार लगाई, लेकिन लोक निर्माण विभाग व सिचाई विभाग इसको एक दूसरे का कार्यक्षेत्र बताकर पल्ला झाड़ते रहे।

मंगलवार को रेलवे की सेक्शन इंजीनियर मानसी मित्तल, लोनिवि विभाग के जेई एसपी सिंह, सिचाई विभाग से कुंदनलाल अन्य कर्मचारियों के साथ मौका मुआयना किया और कटे हुए बांध की स्थिति देखी। इस दौरान विधायक रोमी साहनी व एसडीएम डा. अमरेश कुमार ने बांध का निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद विधायक ने बांध के जल्द निर्माण को लेकर सभी अधिकारियों से वार्ता की। विधायक ने कहा कि 25 मई तक बांध का निर्माण कार्य शुरू हो जाना चाहिए। अगर 25 मई तक निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ तो 26 मई से वह ग्रामीणों के साथ स्वयं श्रमदान कर अपने पैसे से बांध का निर्माण शुरू करेंगे ताकि क्षेत्र की जनता को बाढ़ की त्रासदी न भुगतना पड़े। उन्होंने बांध के निर्माण में हो रही लेटलतीफी पर नाराजगी भी जाहिर की। कहाकि संबंधित विभाग ने एक दूसरे पर टाल मटोल करते हुए इतने दिन बिता दिए। रेलवे की सेक्शन इंजीनियर मानसी मित्तल ने कहा कि उच्चाधिकारियों को पूरी रिपोर्ट देंगी और कोशिश होगी कि जल्द ही इसपर काम शुरू हो जाए। एसडीएम ने बताया कि कोशिश रहेगी कि बारिश से पहले निर्माण कार्य करा दिया जाएगा। निरीक्षण के दौरान कुछ ग्रामीण भी वहां पर पहुंच गए और कहा कि अधिकारियों द्वारा पहले भी निरीक्षण किया गया था, लेकिन कोई कार्य शुरू नहीं हो सका। अगर इस बार भी बारिश से पहले बांध का निर्माण नहीं हुआ तो वे आंदोलन करने को विवश होंगे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.