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सुहेली का पानी घोला व निषादनगर गांव में घुसा

पहाड़ पर लगातार हो रही बारिश से नदियों का जलस्तर काफी बढ़ गया है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 28 Aug 2021 10:41 PM (IST)Updated: Sat, 28 Aug 2021 10:41 PM (IST)
सुहेली का पानी घोला व निषादनगर गांव में घुसा
सुहेली का पानी घोला व निषादनगर गांव में घुसा

लखीमपुर: पहाड़ पर लगातार हो रही बारिश से नदियों का जलस्तर काफी बढ़ गया है। शारदा खतरे के निशान से काफी ऊपर बह रही है। सुहेली नदी भी उफान पर है।

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शारदा नदी का जलस्तर बढ़ने का कारण बनबसा बैराज से दो लाख क्यूसेक से अधिक पानी रिलीज किया जाना है। शुक्रवार को जो पानी नदी में छोड़ा गया था वह देर रात यहां तक आ गया जिससे नदी उफान पर आ गई। पानी बढ़ जाने से बाढ़ का खतरा बरकरार है। शनिवार को दोपहर चार बजे नदी का जलस्तर खतरे के निशान से काफी ऊपर 154.770 सेंटीमीटर पर बह रहा था। उधर सुहेली नदी के उफनाने से घोला, निषादनगर गांव जलमग्न हो गया है। पूरे गांव में दो से तीन फिट तक पानी भर गया है। दुधवा की सठियाना रेंज में भी पानी भर गया है। इसके अलावा मुजहा नंबर एक, चंबरबोझ, मकनपुर के खेतिहर इलाके पूरी तरह से नदी के पानी से जलमग्न हो गए हैं। तिकुनिया में तमाम घर कटान के मुहाने पर तिकुनिया के कई गांवों में मोहाना का कटान रूपी कहर थम नहीं रहा है। कटान रोकने के ठोस उपाय न होने से पीड़ितों में शासन-प्रशासन के प्रति रोष है।

बीते तीन माह में कटान रोकने के सिचाई विभाग द्वारा तीन बार किए गए उपाय मोहाना नदी की तेज धार के आगे नहीं रुक सके। जिससे सरकार का करोड़ों रुपया मोहाना नदी के पानी में बह गया। नदी रननगर पुरविया बस्ती के तीन घर लील चुकी है, जबकि दर्जनों एकड़ हरे भरे खेत मोहाना नदी में समा चुके हैं। तमाम घर कटान के मुहाने पर खड़े हुए हैं। इधर गंगानगर व इंद्रनगर में भी कटान का कहर बना हुआ है। ग्राम प्रधान पति चरणजीत सिंह ने बताया कि कटान से इलाके की जमीन मोहाना नदी की भेंट चढ़ती जा रही है।


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