ग्रास हॉपर कीट को देख भयभीत हो रहे किसान
जगह-जगह से कृषि विभाग को टिड्डी दल आने की मिल रहीं सूचनाएं। कृषि विभाग के अधिकारियों ने खेतों में जाकर निरीक्षण किया। जिसमें सामने आया कि किसान ग्रास हॉपर कीट को टिड्डी समझ रहे हैं।
लखीमपुर : जिले में विभिन्न स्थानों पर ग्रास हॉपर कीट दिखाई दे रहा है। इसे किसान टिड्डी समझकर परेशान हैं।
जगह-जगह से किसानों के फोन आने के बाद कृषि विभाग के अधिकारियों ने खेतों में जाकर निरीक्षण किया। जिसमें सामने आया कि किसान ग्रास हॉपर कीट को टिड्डी समझ रहे हैं। इसकी वजह भी है कि दोनों कीट लगभग एक जैसे दिखाई देते हैं। दोनों की प्रवृति में बहुत अंतर है। फिर भी जिले में यदि टिड्डी दल आता है तो उसके लिए प्रशासन ने पहले से प्रबंध कर लिया है। ऐसे में किसानों को भयभीत होने की जरूरत नहीं है।
नकहा क्षेत्र के सहजनी में रविवार को खेतों में ग्रास हॉपर कीट दिखाई देने की सूचना मिली। कृषि रक्षा अधिकारी डॉ. इंद्रेशु गौतम का कहना है कि ग्रास हॉपर के लिए वातावरण अनुकूल है। इसके चलते इनकी संख्या भी बढ़ी है यह अमूमन मदार के पेड़ों पर पाई जाती हैं। नकहा क्षेत्र में कुछ गन्ने के खेतों में यह कीट दिखाई दिया है। कृषि वैज्ञानिक डॉ. संतोष कुमार वर्मा को गोला के ग्राम नौगवां के किसान राकेश कुमार ने अपने खेत में टिड्डी दल होने की सूचना दी थी। मौके पर भेजे गए कर्मचारियों ने सात-आठ सौ टिड्डियों के होने की सूचना दी। शिकायतकर्ता के साथ ही मौके पर मौजूद कृषकों राजेन्द्र प्रसाद के दो एकड़ गन्ने, श्रीपाल के चार बीघा गन्ने की फसल, अनुज कुमार के आधे एकड़ गन्ना, शेर सिंह के एक बीघा गन्ना एवं ऊदन ने बताया कि वह भी गन्ने की खेती करते हैं। शिकायतकर्ता के खेत पर निरीक्षण करने पर किसी भी प्रकार का टिड्डी दल नहीं पाया गया।