लोकसभा चुनाव में बेंगलुरु से आएंगी 3400 ईवीएम
लखीमपुर: लोकसभा चुनाव में इस बार बेंगलुरु से ईवीएम लाई जाएगी। इसे लेकर प्रशासन काफी गंभीर
लखीमपुर: लोकसभा चुनाव में इस बार बेंगलुरु से ईवीएम लाई जाएगी। इसे लेकर प्रशासन काफी गंभीर हो गया है। चुनाव आयोग के निर्देशों के मद्देनजर ईवीएम लेने के लिए डीएम शैलेंद्र ¨सह ने वीवीपैट व्यवस्था वाले ईवीएम लाने की जिम्मेदारी प्रभारी अधिकारी ओपी अंजोर की अगुवाई में टीम बनाई है। 26 सितंबर को सशस्त्र पुलिसकर्मियों के साथ वह ईवीएम लेने के लिए बेंगलुरू रवाना होंगे।
लोकसभा चुनाव को देखते हुए जिले में कुल 2946 पो¨लग बूथ बनाए गए हैं। हर पो¨लग बूथ पर एक ईवीएम मतदान के लिए रखी जानी है। इसके अलावा 10 प्रतिशत अतिरिक्त ईवीएम जिले में आनी है। प्रभारी अधिकारी ओपी अंजोर से बताया कि ईवीएम लेने के लिए उनके साथ चकबंदी अधिकारी संजय वाजपेयी और एसीओ अर¨वद वर्मा भी बेंगलुरु जाएंगे। डीएम ने ईवीएम की सुरक्षा के लिए एसपी रामलाल वर्मा को सशस्त्र पुलिस टुकड़ी भेजने का निर्देश दिया है। टीम यहां से प्रशासनिक कार्य से 26 सितंबर को रवाना होगी और 27 सितंबर को वहां पहुंच जाएगी। 28 सितंबर को प्रभारी अधिकारी अपनी टीम और पुलिस सुरक्षा के साथ ईवीएम के साथ बेंगलुरु से लौटकर आएंगे।
इन जिलों को मिलेगा ईवीएम
एडीएम अरुण कुमार ¨सह ने बताया कि बेंगलुरू से चार जिलों को 28 सितंबर को ईवीएम मिलेगा। इनमें खीरी के अलावा आजमगढ़, संतकबीर नगर और लखनऊ शामिल है। अन्य जिलों को इसके बाद ईवीएम के लिए बुलाया जाएगा।
यहां तीन स्तरों पर होगी ईवीएम जांच, प्रदर्शन
ईवीएम के यहां पहुंचने पर उसकी तीन स्तरों पर जांच होगी। इसके बाद समस्त मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय और राज्यीय राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों के सामने ईवीएम का प्रदर्शन किया जाएगा। ईवीएम आने पर प्रदर्शन की तिथियों का ऐलान किया जाएगा।
बीएलए न बनाने पर डीएम सख्त
लोकसभा चुनाव को लेकर मतदाता सूचियों में पंजीकरण के लिए बूथों पर राजनैतिक दलों को बीएलए बनाना है। इस बाबत डीएम ने पिछले दिनों सभी राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर बीएलए बनाने की अपील की थी। जिसके बाद बसपा ने जिले भर के बीएलए और सपा ने दो विधानसभाओं के बीएलए का नाम घोषित किया था, इसके अलावा भाजपा, कांग्रेस जैसे दलों ने अभी तक बीएलए की सूची चुनाव कार्यालय को नहीं सौंपी है। मंगलवार को डीएम ने चुनाव संबंधी तैयारियों की समीक्षा के दौरान बीएलए की सूची न उपलब्ध कराने पर राजनैतिक दलों पर नाराजगी जताई। साथ ही प्रतिनिधियों को पत्र भेजकर जल्द बीएलए की सूची सौंपने को कहा है।