लखनऊ विश्वविद्यालय से जुड़ेंगे जिले के डिग्री कॉलेज
विश्वविद्यालयों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में मुख्यमंत्री ने लिया निर्णय। लखीमपुर समेत प्रदेश के चार जिलों के डिग्री कॉलेजों को कानपुर के बजाय लखनऊ विश्वविद्यालय से जोड़ा जाएगा।
लखीमपुर : लखीमपुर समेत प्रदेश के चार जिलों के डिग्री कॉलेजों को कानपुर के बजाय लखनऊ विश्वविद्यालय से जोड़ा जाएगा। मुख्यमंत्री की सहमति के बाद अब जिले के डिग्री कॉलेजों के प्राचार्य और प्रोफेसर में इस बात को लेकर के चर्चा है। उनका कहना है कि अगर लखनऊ विश्वविद्यालय से डिग्री कॉलेजों को जोड़ा जाता है तो इसमें छात्रों का फायदा है। किसी भी काम के लिए कानपुर यूनिवर्सिटी जाने में उन्हें अक्सर दो दिन की जरूरत होती थी। लखनऊ में एक दिन में ही वह काम करके वापस भी आ सकते हैं।
विश्वविद्यालयों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखीमपुर, सीतापुर, रायबरेली के अलावा हरदोई जिले के डिग्री कॉलेजों को कानपुर के बजाय अब लखनऊ विश्वविद्यालय से संबद्ध करने का निर्णय लिया है। अब इस पर राज्यपाल की सहमति के साथ कमेटी गठित होना बाकी है। इसके बाद इन्हें लखनऊ विश्वविद्यालय से जोड़ने की प्रक्रिया शुरू होगी, जिसमें काफी समय लगेगा। इन जिलों के विद्यार्थी अब कानपुर के बजाय लखनऊ विश्वविद्यालय का प्रमाण पत्र पा सकेंगे। युवराज दत्त महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. डीएन मालपानी ने बताया कि यदि ऐसा होता है तो विद्यार्थियों के लिए अच्छा होगा कि वे कानपुर तक की दौड़ भाग से बचेंगे। एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. एसके दुबे ने बताया कि इससे विश्वविद्यालय की आय बढ़ेगी। उन्होंने बताया कि शुरुआती दिनों में जब युवराज दत्त महाविद्यालय खुला था तो यह आगरा विश्वविद्यालय से संबद्ध था। इसके बाद 1972 में इसे कानपुर विश्वविद्यालय से जोड़ दिया गया और अब इसे लखनऊ विश्वविद्यालय से संबद्ध करने की तैयारी है।