तेज हवाओं के साथ मूसलधार बारिश, गन्ने की फसल बर्बाद
किसानों को अपनी मेहनत पर पानी फिरता नजर आ रहा है। पलिया परिक्षेत्र की मुख्य फसल गन्ना है।
लखीमपुर : मंगलवार की रात तेज हवाओं के साथ हुई मूसलधार बारिश से खेतों में लगी गन्ने की सैकड़ों एकड़ फसल धराशाई हो गई। जिससे किसानों के चेहरों पर चिता की लकीरें पैदा कर दी हैं। किसानों को अपनी मेहनत पर पानी फिरता नजर आ रहा है। लखीमपुर में सुबह से रुक-रुक कर पड़ी फुहार और तेज हवाओं से पूरा दिन मौसम खुशगवार रहा। लोगों को उमस भरी गर्मी से निजात भी मिली।
पलिया संवादसूत्र के अनुसार इस समय किसानों के खेत गन्ने की फसल लहलहा रही थी। किसान अपनी फसलों को देखकर खुश था कि दो माह बाद चीनी मिल चलने वाली है और उसके साथ ही क्रेशर आदि भी चल जाएंगे तो वह अपनी फसल मिल को बेचकर कुछ आमदनी कर लेगा, लेकिन मंगलवार को तेज हवाओं के साथ आई भारी बारिश से निचले इलाकों के खेतों में पानी भर गया और जो गन्ने की फसल बड़ी हो गई थी वह खेत में ही धराशाई हो गई। पलिया चीनी मिल के प्रधान प्रबंधक गन्ना ओपी चौहान ने बताया कि अनुमान के मुताबिक क्षेत्र में 10 हजार हेक्टेयर गन्ने की फसल खेतों में गिर गई है। जिसके अब सुधरने की संभावना कम है। गन्ने की फसल के खेतों में गिरने को लेकर किसान तो परेशान है ही चीनी मिल के अधिकारी भी चितित हैं।
भीरा: बीती रात लगभग सात बजे से आसमान में आए बादलों ने तेज मूसलाधार वर्षा शुरू की जो रुक रुककर नौ बजे तक जारी रही। इसी के साथ तेज हवाओं के चलने से क्षेत्र में खेतों में खड़ा गन्ना पूरी तरह धराशाई हो गया। धान की फसलों को इस पानी से लाभ पहुंचा है। प्रगतिशील किसान जसकरण सिंह, नसीब सिंह, लखविदर सिंह का कहना है कि इस वर्षा के साथ चली तेज हवाएं गन्ने के लगभग प्लाटों को पूरी तरह धराशाई कर दिया है। जिसके कारण इस फसल में क्षति का अनुमान है।