शारदा का जलस्तर बढ़ने से कटा बांध, सैकड़ों एकड़ फसल जलमग्न
लगातार हो रही बरसात और बनवसा बैराज से दो लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से शारदा नदी का जलस्तर बढ़ गया है।
लखीमपुर : लगातार हो रही बरसात और बनवसा बैराज से दो लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से शारदा नदी उफना गई है। शारदा के तेज बहाव के चलते सोमवार की रात में बझेड़ा गांव के पास बना बांध फट गया। पानी के बहाव से करीब 25 मीटर बांध कट गया और पानी की तेज धार उधर बहने लगी है। लोग गांव पर मंडरा रहे कटान के खतरे को लेकर चितित हैं। बाढ़ खंड के अधिकारियों के अलावा मौके पर गोला तहसीलदार विनोद कुमार गुप्ता पहुंचे और कटान का जायजा लिया। सोमवार को डीएम डा. अरविद चौरसिया ने बाढ़ का अलर्ट जारी किया था। बनवसा बैराज से लगभग दो लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने की बात कही थी। सोमवार रात में पानी बढ़ते ही शारदा नदी का बेग तेज हो गया और उसने बांध को काट दिया। क्षेत्र के निचले भागों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। सैकड़ों एकड़ धान एवं गन्ने की फसलें जलमग्न हो गई हैं। बाढ़ खंड के जेई सत्यभान वर्मा ने बताया कि बीते वर्ष इस बांध के निर्माण की कार्य योजना बनाकर भेजा गया था जिसकी कुल लागत लगभग छह करोड़ रुपये के करीब आ रही थी लेकिन, उच्चाधिकारियों ने इसे 2.54 करोड़ में ही समेट कर रख दिया। ऐसी स्थिति में बांध के नीचे परकोपाइन न बनाकर जिओ ट्यूब की बोरियां भरकर लगा दी गई। पहाड़ों से लगातार आ रहे पानी के कारण बांध टूट गया। कई दिनों से इस पर काम हो रहा है स्थिति नियंत्रण में है। तीन दिन पूर्व ही जागरण ने जताया था अंदेशा
बिजुआ के बझेड़ा गांव के किनारे बने बांध के कटने का तीन दिन पूर्व भी दैनिक जागरण ने अंदेशा जताते हुए खबर प्रकाशित किया था। जिस पर संबंधित अधिकारियों ने लीपापोती करते हुए उसी बांध के ऊपर की मिट्टी की खुदाई कर नदी के पेटे में बोरियों में भरकर डाल दिया था। ग्रामीणों ने इससे बांध के कमजोर होने की बात कही थी। नतीजा यह हुआ कि सोमवार की रात में बंदा कट गया। नदी में बह गया कई दिनों से किया जा रहा कार्य
करीब पांच दिन से जिस बांध पर काम हो रहा था वह सोमवार की रात पानी का दबाव बढ़ने पर कट गया और पानी में सब कुछ बह गया। अब बाढ़ खंड के अधिकारी कटे हुए बांध को बचाने और तेज प्रवाह से कटान को रोकने की कवायद में जुटे हैं।