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ओडीओपी समागम में जिले के जनजातीय उत्पादों की धूम

कर उद्यम समागम कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। सनातन धर्म सरस्वती बालिका विद्या मंदिर इण्टर कालेज की छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना एवं स्वागत गीत प्रस्तुत किया। उपायुक्त उद्योग मनोज कुमार चैरसिया ने कार्यक्रम में पधारे हुए सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए उद्यम समागम व ओडीओपी प्रदर्शनी के आयोजन के उद्देश्यों एवं योजना के व्यवहारिक पहलूओं पर प्रकाश डाला।

By JagranEdited By: Published: Sat, 18 Jan 2020 10:43 PM (IST)Updated: Sat, 18 Jan 2020 10:43 PM (IST)
ओडीओपी समागम में जिले के जनजातीय उत्पादों की धूम
ओडीओपी समागम में जिले के जनजातीय उत्पादों की धूम

लखीमपुर : स्थानीय राजकीय इंटर कॉलेज मैदान में आयोजित दो दिवसीय ओडीओपी समागम एवं प्रदर्शनी में पहले दिन जिले के जनजातीय उत्पादों की धूम रही। प्रदर्शनी का शनिवार को मुख्य अतिथि खीरी सांसद अजय मिश्र 'टेनी' ने डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह, एसपी श्रीमती पूनम, जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि नरेंद्र सिंह व डीसीबी अध्यक्ष विनीत मनार की उपस्थित में फीता काटकर शुभारंभ किया।

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मुख्य अतिथि ने दीप प्रज्ज्वलित कर उद्यम समागम कार्यक्रम का शुभारंभ किया। सनातन धर्म सरस्वती बालिका विद्या मंदिर इंटर कॉलेज की छात्राओं ने सरस्वती वंदना एवं स्वागत गीत प्रस्तुत किया। उपायुक्त उद्योग मनोज कुमार चौरसिया ने कार्यक्रम में पधारे हुए सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए उद्यम समागम व ओडीओपी प्रदर्शनी के आयोजन के उद्देश्यों एवं योजना के व्यवहारिक पहलुओं पर प्रकाश डाला। मुख्य अतिथि ने विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत राजमिस्त्री, नाई, हलवाई, दर्जी एवं कुम्हार ट्रेड के लाभार्थियों को टूल किट का वितरण किया। मुख्य अतिथि सांसद अजय मिश्र टेनी ने कहा कि 'एक जिला-एक उत्पाद' (ओडीओपी) योजना उत्तर प्रदेश सरकार की रोजगारपरक महत्वाकांक्षी योजना है। इसके तहत जिले के चिन्हित विशिष्ट उत्पादों को वैश्विक पहचान दिलाने के साथ ही परंपरागत उद्योगों को प्रोत्साहित करने के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि खीरी जिले की अर्थव्यवस्था कृषि पर आधारित है। विभिन्न उद्यमों के साथ ही कृषि पर आधारित उद्यमों के स्टॉल भी इस कार्यक्रम में लगे हुए है। कार्यक्रम में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्रशिक्षुओं ने नाटक के माध्यम से एक जनपद एक उत्पाद योजना की महत्ता को रेखाकित किया। दो दिवसीय इस ओडीओपी समागम एवं प्रदर्शनी में जिले के जनजातीय शिल्प सहित विभिन्न महत्वपूर्ण उत्पादों के स्टॉल लगे हुए हैं। वही दूसरी तरफ बनारस की साड़ी, मिर्जापुर व भदोही का कालीन, लखनऊ की चिकनकारी, अचार, मुरब्बा सहित लगभग 100 उत्पादों के स्टॉल लगे हुए हैं। एक तरफ जहां जिले में बना ऑर्गेनिक गुड़ आगंतुकों के लिए कौतूहल का केंद्र है तो दूसरी तरफ विशुद्ध ऑर्गेनिक सूती वस्त्र भी लोगों के आकर्षण का केंद्र बने हैं।


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