करंटयुक्त फेंसिग के बीच फंसा बाघ, मुसीबत में जान
-गोला वनरेंज के ग्राम कोधवा में वन क्षेत्राधिकारी गोला बनारसीदास मौर्य डिप्टी रेंजर एसएस चैहान।
लखीमपुर: महेशपुर रेंज में बढ़ती संख्या से ग्रामीणों की ही नहीं बल्कि, बाघों की जान भी मुसीबत में है। गुरुवार को गोला रेंज के कोंधवा में बाघ करंटयुक्त फेंसिग वाले गन्ने के खेत में फंस गया। सूचना मिलने पर डीएफओ समीर कुमार सहित वन विभाग की पूरी टीम मौके पर पहुंचे लेकिन, 22 घंटे बाद भी बाघ फेंसिग के घेरे से बाहर नहीं निकल पाया।
कोंधवा के निकट रेल पटरी के किनारे मालिक सिंह का करीब 13 एकड़ में फैला फार्म हाउस जंगल से बिल्कुल सटा हुआ है। मालिक सिंह ने पूरे फार्म हाउस की सोलर फेंसिग करा रखी है। मालिक सिंह गन्ने व लाही की खेती करते हैं और उसी फार्म हाउस में आवास बनाकर पूरा परिवार रहता है। बताया जाता है कि रात के अंधेरे में बाघ टूटे हुए तारों के बीच से फार्म हाउस के अंदर घुस आया। बाघ की मौजूदगी का एहसास होते ही वहां लोगों में अफरा-तफरी मच गई। उनके होश पाख्ता हो गए। सूचना मिलने पर सुबह ही रेंजर बनारसीदास मौर्य अपनी टीम के साथ वहां पहुंचे लेकिन, सिर्फ मूकदर्शक ही बने रहे। शाम करीब पांच बजे डीएफओ पहुंचे और उन्होंने फेंसिग की घेराबंदी में फंसे बाघ की जानकारी ली। डीएफओ ने वहां बाघ के बाहर निकलने तक टीम को तैनात रहने का निर्देश दिया है। डब्लयूटीआइ की टीम ने बाघ तथा ग्रामीणों की सुरक्षा के प्रति सतर्कता बरतने को कहा। टीम ने पगचिन्हों से बाघ होने की पुष्टि की है।