ईवीएम, वीवीपैट को लेकर सतर्कता बरतें चुनाव कर्मी
लखीमपुर खीरी संसदीय सीट पर 29 अप्रैल को हुए मतदान के दौरान करीब 18 से 20 पोलिग बूथों पर ईवीएम और वीवीपैट में गड़बड़ी आई थी। अब छह मई को धौरहरा संसदीय सीट पर मतदान होना है। इस बार पोलिग बूथों से ईवीएम और वीवीपैट को लेकर कोई समस्या न खड़ी हो इसके लिए बुधवार को शहर के धर्मसभा इंटर कॉलेज में हुए पीठासीन मतदान अधिकारी प्रथम द्वितीय और तृतीय के प्रशिक्षण के दौरान अधिकारियों ने विशेष सर्तकता बरतने के निर्देश दिए।
लखीमपुर: खीरी संसदीय सीट पर 29 अप्रैल को हुए मतदान के दौरान करीब 18 से 20 पोलिग बूथों पर ईवीएम और वीवीपैट में गड़बड़ी आई थी। अब छह मई को धौरहरा संसदीय सीट पर मतदान होना है। इस बार पोलिग बूथों से ईवीएम और वीवीपैट को लेकर कोई समस्या न खड़ी हो, इसके लिए बुधवार को शहर के धर्मसभा इंटर कॉलेज में हुए पीठासीन, मतदान अधिकारी प्रथम, द्वितीय और तृतीय के प्रशिक्षण के दौरान अधिकारियों ने विशेष सर्तकता बरतने के निर्देश दिए। कहा कि प्रशिक्षण के दौरान जो हिदायतें दी जाएं, उस पर गंभीरता से अमल करें।
प्रशिक्षण के समय डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह, सीडीओ रविरंजन तथा नोडल प्रशिक्षण अधिकारी रामकृपाल चौधरी ने अलग-अलग कमरों में कर्मचारियों को मतदान की बारीकियों की जानकारी दी तथा उन्हें ईवीएम व वीवीपैट के संचालन के बारे में भी विधिवत बताया गया। पीडी रामकृपाल चौधरी ने कहा कि कर्मचारी ईवीएम और वीवीपैट को लेकर विशेष सावधानी बरतें, क्योंकि उनकी तनिक लापरवाही के कारण पोलिग बूथ पर मतदान में बाधा उत्पन्न हो सकती है। इसलिए यह जान लें कि अगर यहीं से वीवीपैट ऑन कर दिया जाएगा तो उसकी बैट्री डाउन हो सकती है। खीरी संसदीय सीट पर मतदान के समय शायद यही समस्या रही है। कर्मचारियों के प्रशिक्षण की गुणवत्ता से धौरहरा के प्रेक्षक काफी खुश दिखाई दिए। बुधवार को कुल 2404 कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया, इनमें से 48 कर्मचारी अनुपस्थिति रहे। पीडी ने चेताया कि प्रशिक्षण से नदारद रहने वाले कर्मचारी सुधर जाएं वर्ना उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
ड्यूटी कटवाने के लिए चक्कर काटते रहे कर्मचारी
डीएस कॉलेज में एक तरफ कर्मचारियों का प्रशिक्षण चल रहा था, वहीं दूसरी ओर ऐसे भी तमाम कर्मचारी थे जो चुनाव से अपनी ड्यूटी कटवाने के लिए अधिकारियों के चक्कर काटते दिखाई दिए। कर्मचारियों ने डीडीओ अरविद कुमार, बीएसए बुद्धप्रिय सिंह, परियोजना निदेशक रामकृपाल चौधरी को अपनी दिक्कत बता कर प्रार्थना पत्र देते रहे। कई महिलाएं तो अपने छोटे बच्चों के साथ पहुंची थी, वहीं तमाम पुरुष कर्मचारी बीमारी का पर्चा दिखाते हुए चुनाव ड्यूटी काटने की गुहार लगा रहे थे। फिलहाल अधिकारियों ने प्रार्थना-पत्र ले लिया लेकिन, उन्हें अवकाश स्वीकृत नहीं किया गया।