450 वाहनों का चालान, 45 हजार रुपये जुर्माना
नियमों का पालन न करने वालों पर कार्रवाई। कोरोना मरीजों व क्वारंटाइन सेंटरों पर नजर रखेगा विधिक सेवा प्राधिकरण। क्वारंटाइन लोगों की मेडिकल जांच खान पान की व्यवस्था साफ-सफाई मेडिकल सुविधा आदि जानकारी ली जाएगी।
जासं, लुधियाना : सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट में लुधियाना नगर निगम की कारगुजारी किसी से छिपी नहीं है। वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम ठीक न होने की वजह से नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) की कमेटी पूर्व निगम कमिश्नर को कई बार फटकार लगा चुकी है। ऐसे में अब नए नगर निगम कमिश्नर प्रदीप सभ्रवाल किसी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहते। उन्होंने सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट पर कड़ा संज्ञान लेना शुरू कर दिया।
निगम कमिश्नर शनिवार को छुट्टी वाले दिन अफसरों को साथ लेकर ताजपुर रोड स्थित कूड़ा डंप पर पहुंचे। उन्होंने सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट कंपनी एटूजेड के अधिकारियों को दो टूक कह दिया कि अपनी कारगुजारी में सुधार लाओ नहीं तो काम छोड़कर चले जाओ।
दरअसल, 23 मार्च को कोरोना संक्रमण के कारण कर्फ्यू घोषित कर दिया गया था। कंपनी ने शहर के सेकेंडरी डंपों से कूड़ा उठाने का काम जारी रखा लेकिन ताजपुर रोड स्थित मुख्य कूड़ा डंप पर कूड़े की प्रोसेसिग बंद कर दी। तब से कंपनी ने डंप में लगा आरडीएफ प्लांट नहीं चलाया और कूड़े को बिना प्रोसेसिग के जमा किया जा रहा है। कंपनी ने कंपोस्ट प्लांट को भी बंद किया हुआ है। इस वजह से करीब 75 हजार टन के करीब कूड़ा जमा हो गया है। शनिवार को जब कमिश्नर प्रदीप सभ्रवाल वहां पहुंचे तो उन्होंने कंपनी को कूड़े की प्रोसेसिग शुरू करने को कहा। उन्होंने कंपनी अधिकारियों को कहा कि कूड़ा प्रबंधन को लेकर जो-जो खामियां हैं उन्हें तुरंत दूर किया जाए। उसके बाद कमिश्नर ने कंपनी अधिकारियों को कहा कि कूड़ा लिफ्टिंग से लेकर प्रोसेसिग तक पूरे सिस्टम को अपडेट करें। कंपनी के लुधियाना इंचार्ज विशांत चौधरी ने कमिश्नर को कहा कि सोमवार से प्लांट चलाने शुरू कर दिए जाएंगे और कंपोस्ट प्लांट भी शुरू कर दिया जाएगा। एक सप्ताह तक प्लांट को पूरी तरह से शुरू कर दिया जाएगा। डंप में नहीं हो रहा दिशा निर्देशों का पालन
ताजपुर रोड स्थित मेन कूड़ा डंप का दौरा करने के दौरान निगम कमिश्नर प्रदीप सभ्रवाल एटूजेड कंपनी की कारगुजारी से खुश नहीं दिखे। कमिश्नर ने कहा कि प्लांट में कंपनी नियमों का पालन नहीं कर रही है। वहां पर सफाई को लेकर कोई प्रबंध नहीं हैं। कंपनी को हिदायतें दीं कि पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के दिशा निर्देशों के हिसाब से काम किया जाए। नहीं तो कार्रवाई के लिए तैयार रहें। कोरोना काल में डंप हुए कूड़े की प्रोसेसिग पर असमंजस
एटूजेड कंपनी कूड़ा डंप से कूड़े को प्रोसेस करके नकोदर में लगे बिजली प्लांट में ईधन के तौर पर प्रयोग करती है। मगर पिछले कुछ समय से नकोदर का बिजली प्लांट बंद है। इस वजह से कंपनी कूड़ा प्रोसेस करके यहीं पर डंप कर रही है। कोरोना काल में बिना प्रोसेस के डंप हुए कूड़े की प्रोसेसिग पर भी अभी असमंजस बना हुआ है। कंपनी के इंचार्ज विशांत का कहना है कि प्लांट शुरू करने के बाद रोज आने वाले कूड़े की प्रोसेसिग शुरू की जाएगी। कोरोना काल में डंप हुए कूड़े की प्रोसेसिग काफी मात्रा में एकत्रित हो गया है उसको लेकर अभी योजना तैयार की जाएगी। कमिश्नर ने तलब किए कंपनी अधिकारी
कमिश्नर प्रदीप सभ्रवाल ने बताया कि मेन डंप के अलावा शहर में कूड़ा लिफ्टिंग और डोर टू डोर कलेक्शन में भी बेहद सुधार की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कंपनी के अधिकारियों को तलब कर दिया है और उनके साथ एक मीटिग करके प्वाइंट वाइज गाइडलाइन दी जाएंगी। अगर कंपनी ने उस पर काम नहीं किया तो सख्त एक्शन लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि उन्हें साफ कह दिया है कि कारगुजारी में सुधार नहीं किया तो छुट्टी कर दी जाएगी।